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EV Charging Stations पर हो सकते हैं साइबर अटैक, Nitin Gadkari ने कही ये बात

Cyber Attacks on EV Charging Stations : देश में इलेक्ट्रिक वीकल्स का तेजी से विकास हो रहा है. अब आम लोग भी इलेक्ट्रिक वीकल्स खरीदने में रुचि जता रहे हैं. इसके लिए देश में ईवी गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन्स ( EV Charging Stations ) का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. केंद्र सरकार ईवी खरीदने वालों को प्रोत्साहित भी कर रही है.

Updated on: 17 Mar 2023, 07:44 PM

highlights

  • केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बड़ा बयान
  • इलेक्ट्रिक वीकल्स के चार्जिंग स्टेशन पर हो सकते हैं साइबर हमले
  • संसद में नितिन गडकरी ने स्वीकारी ये बात

नई दिल्ली:

Cyber Attacks on EV Charging Stations : देश में इलेक्ट्रिक वीकल्स का तेजी से विकास हो रहा है. अब आम लोग भी इलेक्ट्रिक वीकल्स खरीदने में रुचि जता रहे हैं. इसके लिए देश में ईवी गाड़ियों के लिए चार्जिंग स्टेशन्स ( EV Charging Stations ) का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. केंद्र सरकार ईवी खरीदने वालों को प्रोत्साहित भी कर रही है. इस बीच केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ( Union Minister Nitin Gadkari ) ने संसद में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस बात से अवगत है कि अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की तरह ईवी चार्जिंग स्टेशनों ( EV Charging Stations ) को भी साइबर अटैक का निशाना बनाया जा सकता है.

नितिन गडकरी ने संसद में रखे ये आंकड़े

संसद में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश में इलेक्ट्रिक वीकल्स के लिए चार्जिंग स्टेशनों का विस्तार तेजी से हो रहा है. लेकिन हकीकत ये है कि इन पर साइबर अटैक्स का भी खतरा है. उन्होंने इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की तरफ से जारी आंकड़ों को भी संसद में रखा और बताया कि साल 2018 से अब तक करीब 45 लाख मामले साइबर अटैक के आ चुके हैं. ऐसे में ये कहना कि ईवी चार्जिंग स्टेशन सुरक्षित होंगे, ये सही नहीं होगा. 

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सरकार का लक्ष्य हाईवे निर्माण में तेजी लाना

नितिन गडकरी ने कहा कि मोदी सरकार का लक्ष्य है कि हर साल करीब 12 हजार किमी का विस्तार राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क में हो. उन्होंने कहा कि अभी साल 2023-24 के लक्ष्य तय नहीं हो पाए हैं, क्योंकि इस साल के कई प्रोजेक्ट कुछ तकनीकी खामियों के चलते अटके पड़े हैं. अभी तक 21,864 करोड़ के प्रोजेक्ट पूरे नहीं हो पाए हैं.