ग्रामीण भारत में स्वच्छ ईंधन (Clean Fuel) को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय मोटर वाहन के नियमों में संशोधन को नोटिफाईड कर दिया गया है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नियमों में संशोधन को नोटिफाई किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नियमों में संशोधन के बाद पेट्रोल और डीजल से चलने वाले कृषि ट्रैक्टर, पावर टिलर और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट वाहनों को CNG, बायो-सीएनजी और एलएनजी ईंधन इंजन में बदलाव किया जा सकेगा. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर लिखा है कि कृषि ट्रैक्टर, पावर टिलर और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट वाहनों को CNG, बायो-सीएनजी और एलएनजी ईंधन इंजन में बदलाव के लिए केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 में एक संशोधन को नोटिफाई कर दिया है.
बता दें कि इस साल फरवरी में भारत में पहली बार डीजल ट्रैक्टर (Diesel Tractor) को सीएनजी (CNG) में परिवर्तित किया गया था. केंद्रीय एमएसएमई, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Union MSME, Road Transport And Highways Minister) नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने फरवरी में औपचारिक रूप से इस ट्रैक्टर को लॉन्च किया था. रावमट टेक्नो सॉल्यूशंस और टॉमासेटो अचीले इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से किए गए इस रूपांतरण से किसानों को उत्पादन लागत कम करने तथा ग्रामीण भारत में रोजगार के ज़्यादा से ज़्यादा अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी. किसानों के लिए सबसे महत्वपूर्ण लाभ ईंधन की लागत पर सालाना एक लाख रुपये से अधिक की बचत करना सुलभ होगा. इसके अतिरिक्त उन्हें अपनी आजीविका में सुधार करने में भी मदद मिलेगी.
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सीएनजी ट्रैक्टर के फायदे (CNG Tractor Benefits)
यह एक स्वच्छ ईंधन है क्योंकि इसमें कार्बन और अन्य प्रदूषकों की मात्रा सबसे कम है. यह बहुत किफायती है क्योंकि इसमें सीसा लगभग शून्य के बराबर है. यह गैर-संक्षारक, गाढ़ा और कम प्रदूषण फैलाने वाला है जो इंजन की जीवन क्षमता बढ़ाने में मदद करता है और इसके लिए नियमित रखरखाव की कम आवश्यकता होती है. यह बेहद सस्ता है क्योंकि सीएनजी की कीमतें पेट्रोल की कीमतों में उतार-चढ़ाव की तुलना में कहीं अधिक सुसंगत हैं. डीजल तथा पेट्रोल चालित वाहनों की तुलना में सीएनजी वाहनों का औसत माइलेज भी बेहतर है. यह बहुत सुरक्षित है क्योंकि सीएनजी वाहन सीलबंद टैंक के साथ आते हैं, जो ईंधन भरने या स्पिल की स्थिति में विस्फोट की संभावना को न्यूनतम करता है. यह भविष्य को बेहतर बनाएगा क्योंकि पूरी दुनिया में लगभग 1 करोड़ 20 लाख वाहन वर्तमान में प्राकृतिक गैस द्वारा ही संचालित होते हैं.
HIGHLIGHTS
- कृषि ट्रैक्टर, पावर टिलर और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट वाहनों को CNG, बायो-सीएनजी और एलएनजी ईंधन इंजन में बदलाव किया जा सकेगा
- केंद्रीय एमएसएमई, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने फरवरी में डीजल से CNG में परिवर्तित ट्रैक्टर को लॉन्च किया था