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चालू वित्त वर्ष में घट सकती है दोपहिया वाहनों की बिक्री, ये हैं वजह

वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान देश में दोपहिया वाहनों की बिक्री 80.5 लाख इकाई दर्ज की गई है.

Updated on: 23 Nov 2021, 11:18 AM

highlights

  • दाम लगातार बढ़ने और पेट्रोल महंगा होने से बिक्री में कमी आ सकती है
  • कर्ज अदायगी में दिक्कतों को देखते हुए फाइनेंसर भी सतर्क हो गए हैं

नई दिल्ली:

चालू वित्त वर्ष में दोपहिया वाहनों की बिक्री घट सकती है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) के मुताबिक चालू वित्त वर्ष में सालाना आधार पर घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री (मात्रा के आधार) एक से चार फीसदी घट सकती है. रेटिंग एजेंसी से मिली जानकारी के मुताबिक दोपहिया वाहनों के दाम लगातार बढ़ने और पेट्रोल महंगा होने के साथ ही अन्य वजह से बिक्री में कमी आ सकती है. ICRA के मुताबिक त्योहारी सत्र के बिक्री के खराब प्रदर्शन की वजह से निम्न आय वर्ग वाली आबादी की खरीद क्षमता के बारे में चेतावनी को उजागर कर दिया है.

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इक्रा रेटिंग्स ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में त्योहारी सत्र के कमजोर प्रदर्शन के बाद घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री मात्रा के आधार पर 1 से 4 फीसदी तक घट सकती है. बता दें कि वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान देश में दोपहिया वाहनों की बिक्री 80.5 लाख इकाई दर्ज की गई है. पिछले साल की इसी समान अवधि में भी करीब इतनी ही बिक्री का आंकड़ा दर्ज किया गया था.

रेटिंग एजेंसी के मुताबिक कर्ज की अदायगी में होने वाली दिक्कतों को देखते हुए फाइनेंसर भी सतर्क हो चुके हैं. बता दें कि दोपहिया वाहनों में प्रीमियम बाइक की मांग सामान्य की तुलना में बेहतर है. दोपहिया मार्केट में प्रीमियम बाइक का मार्केट शेयर 15 फीसदी के आस-पास है. ICRA के मुताबिक चिप की कमी की वजह से ऑटो सेक्टर को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है.