पीएम नरेंद्र मोदी की राह पर चल पड़े हेमंत सोरेन, बोले- गिफ्ट में बुके की जगह दें ये
झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाले महागठबंधन के नेता हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) की राह पर चल पड़े हैं.
नई दिल्ली:
झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल करने वाले महागठबंधन के नेता हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की राह पर चल पड़े हैं. उन्होंने सीएम पद की शपथ लेने से पहले नेताओं और लोगों से एक अपील की है. झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) प्रमुख हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर अपील की है कि गिफ्ट में उन्हें बुके के बदले बुक प्रदान करें.
यह भी पढे़ंःठंड से थरथरा रही दिल्ली, 118 साल के बाद दिसंबर में दूसरी बार आई ऐसी सर्दी
हेमंत सोरेन ने अपने ट्वीट में लिखा है कि साथियों, मैं अभिभूत हूं आप झारखंडवासियों के प्यार एवं सम्मान से. पर मैं आप सबसे एक करबद्ध प्रार्थना करना चाहूंगा, कि कृपया कर मुझे फूलों के बुके की जगह ज्ञान से भरे बुक मतलब अपने पसंद की कोई भी किताब दें. मुझे बहुत बुरा लगता है कि मैं आपके फूलों को सम्भाल नहीं पाता हूं.
साथियों,
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) December 27, 2019
मैं अभिभूत हूँ आप झारखंडवासियों के प्यार एवं सम्मान से।
पर मैं आप सबसे एक करबद्ध प्रार्थना करना चाहूँगा, कि कृपया कर मुझे फूलों के ‘बुके’ की जगह ज्ञान से भरे ‘बुक’ मतलब अपने पसंद की कोई भी किताब दें। मुझे बहुत बुरा लगता है की मैं आपके फूलों को सम्भाल नहीं पाता।
1/2 pic.twitter.com/RXVQ7aghXW
सोरेन ने लिखा कि आप अपने द्वारा दिए गए किताबों में अपना नाम लिख कर दें, ताकि जब हम आपकी किताबों को संभाल कर एक लाइब्रेरी बनवाएंगे- तो आपका प्रेम भरा यह उपहार हमेशा हम सभी का ज्ञानवर्धन करेगा.
हेमंत सोरेन की यह अपील पीएम नरेंद्र मोदी के दो साल पहले दिए गए बयान से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें मोदी ने अपील की थी कि शुभकामना के रूप में बुके देने के बजाए पुस्तक भेंट करें, क्योंकि पढ़ने से ज्यादा आनंद किसी और काम में नहीं आता और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं है.
यह भी पढे़ंःCAA के विरोध में ममता बनर्जी की दहाड़, कहा- किसी को देश छोड़ने की जरूरत नहीं है
आपको बता दें कि जून 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में पीएन पनिकर राष्ट्रीय पठन दिवस समारोह के उद्घाटन के मौके पर कहा था कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे शुभकामना स्वरूप पुष्प गुच्छ देने के बजाए पुस्तक भेंट करें. इस तरह का कदम बड़ा बदलाव ला सकता है. पढ़ने से ज्यादा आनंद किसी और काम में नहीं आता और ज्ञान से बड़ी कोई ताकत नहीं है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Love Rashifal 3 May 2024: इन राशियों के लिए आज का दिन रोमांस से रहेगा भरपूर, जानें अपनी राशि का हाल
-
Ganga Dussehra 2024: इस साल गंगा दशहरा पर बन रहा है दुर्लभ योग, इस शुभ मुहूर्त में स्नान करें
-
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीय के दिन करें ये उपाय, चुम्बक की तरह खिंचा चला आएगा धन!
-
First Hindu Religious Guru: ये हैं पहले हिंदू धर्म गुरु, भारत ही नहीं विश्व भी करता है इन्हें नमन