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दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 : क्या फिर से रोहिणी सीट बचा पाएगी BJP

उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाली रोहिणी विधानसभा सीट दिल्ली की 70 सीटों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सीटों में से एक है. 2002 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में इस इलाके को विधानसभा बनाया गया.

Updated on: 10 Feb 2020, 06:35 PM

नई दिल्ली:

उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आने वाली रोहिणी विधानसभा सीट दिल्ली की 70 सीटों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण सीटों में से एक है. 2002 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद 2008 में इस इलाके को विधानसभा बनाया गया. यहां हुए सबसे पहले चुनाव में बीजेपी को जीत हासिल हुई थी. बीजेपी के जयभगवान अग्रवाल ने कांग्रेस के विजेंदर जिंदल को हराया था.

रोहिणी सीट से बीजेपी ने बिजेंद्र कुमार गुप्ता, कांग्रेस ने सुमेश गुप्ता और आम आदमी पार्टी ने राजेश नामा बंसीवाला को मैदान में उतारा है. 174653 मतदाता यहां प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे.

2013 के चुनाव में इस क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक राजेश गर्ग को जीत हासिल हुई. 2015 के चुनाव में बीजेपी के विजेंदर गुप्ता विधायक बने. इस विधानसभा में दिल्ली मेट्रो की रेड लाइन गुजरती है. यह इलाका पॉश कॉलोनियों में गिना जाता है. बीजेपी के बिजेंद्र गुप्ता को 59866 वोट मिले थे. आम आदमी पार्टी के सीएल गुप्ता को 5367 वोटों से हराया था. इस विधानसभा में 174653 मतदाता हैं जिनमें 91362 पुरुष और 83281 महिला हैं.