US एयरलाइन्स में मजबूर हुई मां, बेटे को सीट नहीं मिली तो 3 घंटे तक गोद में बिठाया
एक एशियन महिला टीचर को यूनाइटेड एयरलाइन्स में अपने दो साल के बच्चे को पूरे रास्ते गोद में लाने जाने को मजबूर किया गया। एयरलाइन्स ने इस दौरान टोडलर सीट (बच्चा सीट) एक अन्य पैसेंजर को अलॉट कर दी थी।
नई दिल्ली:
एक एशियन महिला टीचर को यूनाइटेड एयरलाइन्स में अपने दो साल के बच्चे को पूरे रास्ते गोद में लाने जाने को मजबूर किया गया। एयरलाइन्स ने इस दौरान टोडलर सीट (बच्चा सीट) एक अन्य पैसेंजर को अलॉट कर दी थी। महिला ने एयरलाइन्स पर लीगल एक्शन लेने का फैसला किया है।
जानकारी के अनुसार अमेरिका के हॉस्टन शिर्ली यमुची ने कहा कि उनका उठाया गया कदम दूसरे पैसेंजर्रस को होने वाली परेशानी से रोकेगा। उन्होंने कहा, 'मैं चाहती हूं कि व्यवस्था में बदलाव आए, यह बदलाव मैं देखना चाहती हूं। मैं नहीं चाहती कि कोई और पैसेंजर इस तरह की मुसीबत में आए।'
बता दें कि यमुची हवाई के कपोलेई में मिडिल स्कूल टीचर हैं। उन्होंने बताया कि वह हॉस्टन से बॉस्टन जा रही थीं और करीब साढे तीन घंटे की फ्लाइट में महिला अपने बच्चे टाइजो को अपनी गोद में बिठाने रहने को मजबूर थीं।
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यमुची ने एयरलाइन्स में बैठने से पहले ही अपना और बच्चे का टिकट ले लिया था। इस दौरान उन्होंने करीब 1 हजार यूएस डॉलर प्रति टिकट भुगतान भी किया।
लेकिन, जब वे एयरलाइन में बैठी तो उन्होंने देखा कि बोर्डिंग स्टाफ ने उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। उनके बच्चे की सीट पर किसी अन्य पैसेंजर को बिठा दिया।
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इतना ही नहीं जब वे फ्लाइट में बैठीं थी तो किसी स्टाफ ने उनसे यह भी नहीं पूछा कि आखिर वे अपने बच्चे को गोद में क्यों लेकर बैठी हैं। जब उन्होंने इस बात की शिकायत की इसके 5 दिन बाद तक एयरलाइन्स ने उनसे माफी नहीं मांगी।
वही एयरलाइन्स का कहना है कि उन्होंने यमुची से माफी मांग ली है और उनके टिकट के पैसे भी रिफंड कर दिए हैं।