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सीरिया पर ट्रंप के 2013 के ट्वीट्स से ना बनाए राय, व्हाइट हाउस के अधिकारी ने दी सफाई

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में क्रूज मिसाइल से हमला करने का आदेश दिया है। यह कदम उन्होंने सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद के विद्रोहियों के गढ़ में किए गए रासायनिक हमले के जवाब में उठाया है।

News Nation Bureau
| Edited By :
08 Apr 2017, 06:56:50 PM (IST)

वाशिंगटन डीसी:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया में क्रूज मिसाइल से हमला करने का आदेश दिया है। यह कदम उन्होंने सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल असद के विद्रोहियों के गढ़ में किए गए रासायनिक हमले के जवाब में उठाया है। इस फैसले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति के कुछ ट्वीट सामने आए थे जिनमें 2013 में उन्होंने सीरिया में सैनिक हमलों का विरोध किया था।

इस मामले के तूल पकड़ते ही व्हाइट हाउस के सेबस्चियन गोरका ने शुक्रवार को कहा कि 'मुझे लगता है आप इस बात को स्वीकार करेंगे कि जब किसी हालात पर आप टिप्पणी करते हैं और उसका आपके पास कोई अनुभव नहीं होता, तो उस टिप्पणी को लेकर बाद में आपके खिलाफ कोई राय नहीं बनाई जानी चाहिए।'

इस बयाने के जरिए गोरका ने ट्रंप के हाल ही में लिए गए फैसले को सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि 'आपके मन में कई तरह के सुझाव पैरेंट्स के लिए  हो सकते हैं। लेकिन पैरेंट्स बनने के बाद की जिम्मेदारी कैसे उठानी है इस बारे में आपको कुछ पता नहीं होता। बस यही हाल उस समय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का था।'

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एक व्यापारी के रूप में कोई क्या कहता है, या सालभर तक चले चुनाव प्रचार के दौरान राजनीति वाले महौल में किसी ने क्या कहा यह निश्चित तौर पर उस परिप्रेक्ष्य से अलग होता है। जब आप देश के कमांडर इन चीफ बन जाते हैं। आप तमाम अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार हो जाते हैं।

ट्रंप के 2013 के ट्वीट पर नजर डाली जाए तो वे सीरिया में सैन्य हस्तक्षेप का विरोध कर रहे थे। लेकिन हाल ही में बिगड़े सीरिया के हालातों के मद्देनजर उन्होंने गुरुवार को क्रूज मिसाइल हमले का आदेश दिया। बता दें कि रासायनिक हमले से सीरिया में 80 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। ट्रंप का यह फैसला उनके पहले के रुख के विपरीत था।

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