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अमेरिकी सांसद के पीओके दौरे पर भारत की आपत्ति पर बाइडन प्रशासन ने दी सफाई

गौरतलब है कि इल्हान उमर पाकिस्तान के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने पीओके का दौरा किया था, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की थी.

News Nation Bureau
| Edited By :
22 Apr 2022, 10:03:26 AM (IST)

highlights

  • अमेरिकी सांसद पांच दिवसीय पाकिस्तान यात्रा पर हैं
  • इस दौरान इमरान खान से मुलाकात भी की उमर ने

वॉशिंगटन/नई दिल्ली:

अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य इल्हान उमर के पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) जाने के एक दिन बाद भारत ने उनके दौरे की कड़ी निंदा की है. हालांकि इसके बाद अमेरिका (America) ने सफाई दी है कि इल्हान उमर का यह निजी दौरा है और इसे अमेरिकी प्रशासन की यात्रा से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए. गौरतलब है कि इल्हान उमर के पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान (Imran Khan) से मुलाकात के बाद पीओके के दौरे को भारत क्षेत्रीय संप्रभुत्ता और अखंडता का उल्लंघन करार दिया था. इसके बाद एंटोनी ब्लिंकन के काउंसलर डेरेक कॉलेट ने सफाई दी है. 

उमर के पीओके दौरे पर भारत ने जताई थी आपत्ति
गौरतलब है कि इल्हान उमर पाकिस्तान के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने पीओके का दौरा किया था, जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ब्रीफिंग में कहा कि नई दिल्ली ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के एक हिस्से की उनकी यात्रा पर गौर किया है, जिस पर इस समय पाकिस्तान का अवैध कब्जा है. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, 'अगर ऐसी राजनेता अपने घर पर अपनी संकीर्ण सोच वाली राजनीति करना चाहती हैं, तो यह उनका व्यवसाय हो सकता है, लेकिन यह हमारी क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है. उनकी यह यात्रा निंदनीय है.'

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पांच दिवसीय दौरे पर हैं इल्हान उमर
अमेरिकी प्रतिनिधिसभा की प्रतिनिधि इल्हान पाकिस्तान की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. उन्होंने पाकिस्तान की सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक गतिशीलता को जानने के लिए पाकिस्तानी राजनीतिक नेतृत्व के एक वर्ग से मुलाकात की. उन्होंने राष्ट्रपति आरिफ अल्वी व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की. अल्वी और शरीफ दोनों ने उन्हें घरेलू मामलों के बारे में भी जानकारी दी और अपनी बैठक के दौरान जम्मू-कश्मीर के मुद्दों पर प्रकाश डाला और विवाद के शांतिपूर्ण समाधान पर जोर दिया.