.

LAC से पीछे हटने को मजबूर हो सकती है चीनी सेना, ये है वजह

पूर्वी लद्दाख के एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण स्थिति लगातार बनी हुई है. खबर हैं कि चीन की सेना एलएसी के कुछ किलोमीटर अंदर तक घुस आई है

News Nation Bureau
| Edited By :
05 Jul 2020, 02:30:34 PM (IST)

नई दिल्ली:

पूर्वी लद्दाख के एलएसी पर भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण स्थिति लगातार बनी हुई है. खबर हैं कि चीन की सेना एलएसी के कुछ किलोमीटर अंदर तक घुस आई है. हालांकि बताया ये भी जा रहा है कि अब चीनी सेना को अपने कदम वापस लेने पड़ सकते हैं. इसकी वजह है खुद गलवान नदी. दरअसल जिस गलवान नदीं के किनारे चीनी सैनिक तैनात हैं वहां अब बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि इन स्थितियों में तीनी सेना पीछे हट सकती है.

यह भी पढ़ें: लद्दाख सीमा पर झड़प के 20 दिन, भारत ने चीन को दिए 20 बड़े झटके

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो गलवान नदी के पानी का स्तर तट से काफी ऊपर पहुंच गया है, वहीं तापमान बढ़ने से आसपास की पहाड़ियों की बर्फ भी पिछल रही है. इससे पानी का स्तर काफी ज्यादा बढ़ गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ड्रोन से ली गई तस्वीरों से संकेत मिल रहे हैं कि चीन ने जहां टेंट गाड़े थे वहां अब पानी भर गया है. ऐसे में चीनी सैनिकों के लिए वहां ज्यादा दिनों तक रहना खतरे से खाली नहीं होगा.

यह भी पढ़ें:  सीमा पर चीन से टकराव के बीच राष्ट्रपति से मिले PM मोदी, आधे घंटे चला तक बातचीत का दौर

वहीं दूसरी तरफ पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन (India China) के बीच टकराव के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के बीच तकरीबन आधे घंटे तक बातचीत का दौर चला. बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रधानमंत्री ने आज राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर राष्ट्रपति को जानकारी दी है.


पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत-चीन (India China) के बीच टकराव के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के बीच तकरीबन आधे घंटे तक बातचीत का दौर चला. बताया जा रहा है कि इस दौरान प्रधानमंत्री ने आज राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर राष्ट्रपति को जानकारी दी है.