भारत और पाकिस्तान बनें शंघाई सहयोग संगठन के पूर्णकालिक सदस्य
कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान भारत तथा पाकिस्तान को शुक्रवार को एससीओ की पूर्णकालिक सदस्यता मिल गई।
अस्ताना:
कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान भारत तथा पाकिस्तान को शुक्रवार को एससीओ की पूर्णकालिक सदस्यता मिल गई।
भारत की सदस्यता के आग्रह को स्वीकार करने के लिए एसीओ के प्रति आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह मंच दुनिया की 42 फीसदी आबादी, 20 फीसदी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) तथा 22 फीसदी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है।
मोदी ने कहा, 'भले ही हम एससीओ के सदस्य आज बने हैं, लेकिन हमारे बीच के संबंध ऐतिहासिक हैं।' उन्होंने कहा कि एससीओ के साथ भारत के संबंधों में ऊर्जा, शिक्षा, परिवहन, कृषि, सुरक्षा, विकास तथा व्यापार की शीर्ष भूमिका होगी।
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मोदी के मुताबिक, आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई में एससीओ एक ताकतवर साझेदार होगा। मोदी के भाषण के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एससीओ की सदस्यता मिलने पर भारत को बधाई दी।
एससीओ के गठन का ऐलान साल 2001 में किया गया था। साल 2005 से ही भारत इसमें प्रेक्षक की भूमिका निभा रहा था। इस क्षेत्रीय गुट के सदस्यों में भारत तथा पाकिस्तान के अलावा, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान तथा उज्बेकिस्तान शामिल हैं।