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पाकिस्तान में इस हिंदू लड़की ने रचा इतिहास, पहली बार हासिल की ये उपलब्धि 

पाकिस्तान में रहने वालीं 27 साल की डॉक्टर सना रामचंद गुलवानी ने इतिहास रच दिया है. उन्होंने पाकिस्तान के सबसे मुश्किल एग्जाम माने जाने वाले 'सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस' यानी CSS को पहले ही प्रयास में पास कर लिया है. पाक के इतिहास में पहली बार है जब कि

News Nation Bureau
| Edited By :
21 Sep 2021, 08:47:19 AM (IST)

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान (Pakistan) में एक हिंदू लड़की ने वो उपलब्धि हासिल की तो इससे पहले किसी हिंदू लड़की ने हासिल नहीं की थी. 27 साल की डॉक्टर सना रामचंद गुलवानी (Dr Sana Ramchand Gulwani) सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस (CSS) की परीक्षा पास करने में सफल रही हैं. सना रामचंद पहली हिंदू लड़की (Hindu Girl) है जिसे यह उपलब्धि हासिल हुई है. इसके साथ ही सना ने इतिहास रच दिया है. है कि सना ने पहले ही प्रयास में परीक्षा पास की है और अब उनकी नियुक्ति पर भी मुहर लग गई है.

सबसे कठिन परीक्षा में से एक
यह परीक्षा कितनी कठिन होती है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान में इस परीक्षा में जितने परीक्षार्थी शामिल हुए उसमें से 2 फीसद से भी कम को कामयाबी हासिल कर पाए हैं. सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस (CSS) के जरिये पाकिस्तान में प्रशासनिक सेवाओं में नियुक्तियां होती हैं. इसे भारत की सिविल सर्विसेस एग्जाम की तरह माना जाता है.

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पैरेंट्स चाहते थे बेटी बने डॉक्टर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सना ने सिंध प्रांत की रूरल सीट से इस परीक्षा में हिस्सा लिया था. यह सीट पाकिस्तान एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेट के अंतर्गत आती है. सना ने कहा, ‘यह मेरा पहला प्रयास था और जो मैं चाहती थी, वो मैंने हासिल कर लिया है’. हालांकि सना ने कहा कि उनके पैरेंट्स नहीं चाहते थे कि वो एडमिनिस्ट्रेशन में जाएं. क्योंकि पैरेंट्स का सपना उन्हें मेडिकल फील्ड में देखने का था. 

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सना ने परीक्षा पास करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘मैंने पैरेंट्स और अपना दोनों का सपना पूरा कर लिया है. मैं डॉक्टर होने के साथ-साथ अब एडमिनिस्ट्रेशन का भी हिस्सा बनने जा रही हूं. सना ने पांच साल पहले शहीद मोहतरमा बेनजीर भुट्टो मेडिकल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ मेडिसिन में ग्रेजुएशन किया था. इसके बाद ही वो सर्जन भी हैं. यूरोलॉजी में मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद वह सेंट्रल सुपीरियर सर्विसेस की तैयारी में जुट गईं थीं. सना शिकारपुर के सरकारी स्कूल में पढ़ी हैं.