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बंगाल में विधान परिषद के लिए आज विधानसभा में प्रस्ताव पेश करेंगी ममता बनर्जी

पांच दशक के बाद पश्चिम बंगाल में एक बार फिर विधान परिषद का गठन किया जा रहा है. मंगलवार यानी आज का दिन पश्चिम बंगाल विधानसभा में बड़ा दिन रहने की उम्मीद है.

News Nation Bureau
| Edited By :
06 Jul 2021, 07:38:31 AM (IST)

highlights

  • पश्चिम बंगाल के लिए आज बड़ा दिन
  • विधान परिषद के गठन की प्रस्ताव
  • विधानसभा में पेश करेंगी CM ममता 

कोलकाता:

पांच दशक के बाद पश्चिम बंगाल में एक बार फिर विधान परिषद का गठन किया जा रहा है. मंगलवार यानी आज का दिन पश्चिम बंगाल विधानसभा में बड़ा दिन रहने की उम्मीद है. सूबे की मुखिया ममता बनर्जी विधानसभा में राज्य विधान परिषद बनाने का प्रस्ताव पेश करेंगी. 18 मई को तीसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बमुश्किल 12 दिन बाद ममता बनर्जी ने विधान परिषद या राज्य विधानसभा की उच्च सदन विधान परिषद बनाने के कैबिनेट के फैसले को मंजूरी दी थी, जिसका उन्होंने पहले चुनाव में वादा किया था. अब विधानसभा से प्रस्ताव को पारित कराकर राज्य सरकार संसद की स्वीकृति के लिए इसे केंद्र सरकार के पास भेजेगी.

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गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने हाल ही में संपन्न बंगाल विधानसभा चुनावों में कई नेताओं को उम्र की वजह से टिकट सूची से बाहर रखा था. हालांकि इन नेताओं को ममता बनर्जी ने विधान परिषद सदस्य बनाए जाने का वादा किया था. बंगाल में फिलहाल 294 सदस्यीय विधानसभा है, मगर राज्य में विधान परिषद की व्यवस्था नहीं है. मगर फिर से बंगाल में विधान परिषद स्थापित करने का निर्णय लिया गया है. इस कदम को ममता बनर्जी द्वारा तैयार की गई रणनीति के रूप में देखा जा रहा है. बता दें कि हालिया चुनाव में ममता बनर्जी को भी अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी से हार का सामना करना पड़ा था.

आपको बता दें कि 5 दशक पहले पश्चिम बंगाल में विधान परिषद भी होती थी. स्वतंत्रता के बाद बंगाल के पहले मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय ने 1952 में विधान परिषद का गठन किया था, मगर यह 1 अगस्त 1969 के बाद से समाप्त कर दी गई. 21 मार्च 1969 को विधान परिषद को समाप्त करने के लिए राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित कराया गया था, जिसे बाद में राज्य सरकार ने संसद से पारित कराने केंद्र सरकार को भेजा था. संसद में पश्चिम बंगाल विधान परिषद (उन्मूलन) अधिनियम 1969 को 1 अगस्त 1969 से लागू करने के साथ ही विधान परिषद समाप्त हो गई. अब फिर से इसके गठन की तैयारी है.

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ऐसे में सदस्यों को लेकर अनुमान यह कि विधान परिषद में 98 सदस्य हो सकते हैं. बंगाल में विधानसभा की 294 सीटें हैं. चूंकि एक विधान परिषद में सदस्यों की संख्या विधानसभा के सदस्यों से एक तिहाई से अधिक नहीं हो सकती है, इसलिए विधान परिषद में 98 सदस्य हो सकते हैं.