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बसपा से निष्कासित लोगों को शामिल करने से नहीं बढ़ेगा सपा का जनाधार: मायावती

बसपा के पूर्व नेता राम अचल राजभर और लालजी वर्मा ने रविवार को अंबेडकर नगर में आयोजित ‘जनादेश महारैली’ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की सदस्यता ग्रहण की.

News Nation Bureau
| Edited By :
07 Nov 2021, 07:00:55 PM (IST)

highlights

  • बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामअचल राजभर एवं लालजी वर्मा सपा में शामिल
  • सपा ने अंबेडकर नगर में की जनादेश महादेश रैली आयोजित
  • मायावती ने कहा- दलबदलुओं के टिकट दिलवाने से करें परहेज

 

लखनऊ:

बहुजन समाज पार्टी  के नेताओं का सपा और अन्य दलों में जाने का सिलसिला जारी है. आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बसपा के विधायकों ओर नेताओं का दूसरे दल में जाने का सिलसिला तेज हे गया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस समय प्रदेश के दौरे पर हैं. रविवार को वह अंबेडकरनगर में थे. सपा ने अंबेडकर नगर में जनादेश महादेश रैली आयोजित की थी. रैली में बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और उत्तर प्रदेश विधानसभा में बसपा विधायक दल के पूर्व नेता लालजी वर्मा ने समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली. बसपा के दो प्रमुख नेताओं के पार्टी छोड़ सपा में जाने पर बसपा प्रमुख मायावती ने दावा किया कि उनकी पार्टी से निष्कासित किये गये लोगों को शामिल करने से सपा का जनाधार नहीं बढ़ेगा.

पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को ट्वीट किया ‘बसपा व अन्य विरोधी पार्टियों के भी निष्कासित किए गए लोगों को सपा में शामिल किये जाने से इस पार्टी का कुनबा व जनाधार आदि बढ़ने वाला नहीं है बल्कि इससे यह और भी घटता व कमजोर होता चला जाएगा.’

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मायावती ने कहा, ‘सपा को यह मालूम होना चाहिये कि ऐसे स्वार्थी व दलबदलू किस्म के लोगों को लेने से, इनकी खुद की अपनी पार्टी में टिकटार्थी लोग अब बहुत गुस्से में हैं, जो अधिकांश बीएसपी (बसपा) के सम्पर्क में हैं. वैसे भी वे चुनाव में अन्दर-अन्दर इस पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाने वाले हैं.’

2. जबकि सपा को यह मालूम होना चाहिये कि ऐसे स्वार्थी व दलबदलू किस्म के लोगों को लेने से, इनकी खुद की अपनी पार्टी में टिकटार्थी लोग अब बहुत गुस्से में हैं, जो अधिकाशः बी.एस.पी. के सम्पर्क में हैं। वैसे भी वे चुनाव में अन्दर-अन्दर इस पार्टी को काफी नुकसान पहुँचाने वाले हैं। 2/3

— Mayawati (@Mayawati) November 7, 2021

सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा कि बसपा के लोग दूसरी पार्टियों के विधायकों व अन्य लोगों के टिकट कटने पर उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दिलवाने से ज़रूर परहेज़ करें तथा उनके स्थान पर अपनी पार्टी के लोगों को ही टिकट देने पर ज्यादा जोर दें.

3. लेकिन बी.एस.पी. के लोग ऐसे में दूसरी पार्टियों के विधायकों व अन्य लोगों के टिकट कटने पर उन्हें अपनी पार्टी से टिकट दिलवाने से ज़रूर परहेज़ करें तथा उनके स्थान पर अपनी पार्टी के लोगों को ही टिकट देने पर ज्यादा ज़ोर दें तो यह उचित होगा। 3/3

— Mayawati (@Mayawati) November 7, 2021

गौरतलब है कि बसपा के पूर्व नेता राम अचल राजभर और लालजी वर्मा ने रविवार को अंबेडकर नगर में आयोजित ‘जनादेश महारैली’ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की मौजूदगी में सपा की सदस्यता ग्रहण की.

उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के बाद मायावती ने दोनों नेताओं पर भितरघात का आरोप लगाते हुए दल से बाहर कर दिया था.