बीजेपी हवा में उड़ने वाली पार्टी, जमीनी हालात का अंदाज नहीं : सपा
मुख्यमंत्री को अपनी नाकामी छुपाने के लिए कुछ भी नैतिक-अनैतिक रास्ता अपनाने में हिचक नहीं. अच्छा हो वे इधर उधर की बात करने के बजाए बताएं कि वह गरीबों को कब तक वैक्सीन लग जाएगी? ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाओं के जमाखोरों और कालाबाजारियों पर कब लगाम लगेगी?
highlights
- पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर साधा निशाना
- बीजेपी सरकार ने आनलाइन रजिस्ट्रेशन पर ही टीकाकरण की सुविधा दी है
- बीजेपी हवा में उड़ने वाली पार्टी है जिसे जमीनी हालात का अंदाज नहीं हो सकता है
लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आंकड़ो की हेराफेरी करके डब्ल्यूएचओ से योगी मॉडल को वाहवाही का तमगा लेने वाली बीजेपी सरकार को दूसरी भयावह एवं वीभत्स तस्वीर जिसमें गंगा में बह रही लाशों को चील कौवे गिद्ध नोंच रहेे हैं, श्मशान घाटों में धधकती चिताओं और अस्पतालों की चौखट पर तड़प-तड़पकर हो रही मौतों से कोई दर्द नहीं होता और नहीं संवेदना जागती है. मुख्यमंत्री को अपनी नाकामी छुपाने के लिए कुछ भी नैतिक-अनैतिक रास्ता अपनाने में हिचक नहीं. अच्छा हो वे इधर उधर की बात करने के बजाए बताएं कि वह गरीबों को कब तक वैक्सीन लग जाएगी? ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाओं के जमाखोरों और कालाबाजारियों पर कब लगाम लगेगी?
यह भी पढ़ें : कोरोना के बीच 'ब्लैक फंगस' से निपटने के लिए सीएम योगी अलर्ट, अधिकारियों को दिए निर्देश
बीजेपी सरकार ने आनलाइन रजिस्ट्रेशन पर ही टीकाकरण की सुविधा दी है. यूपी के गरीब, ग्रामीण, मजदूर और गांव की आबादी कैसे टीकाकरण को लाभ ले पाएंगे. सरकार यह भी बताए कि सबको सभी सेंटर पर मुफ्त टीका क्यों नहीं उपलब्ध है? सच तो यह है कि जैसे बीजेपी सरकार कोरोना की दूसरी लहर के प्रति लापरवाह रही वैसे ही वह वैक्सीनेशन अभियान को भी महत्व दिखावे के तौर पर हल्के में ले रही है. वह आनलाइन के बहाने प्रदेश की बड़ी आबादी को सुरक्षाचक्र से वंचित रखना चाहती है. वैक्सीनेशन का लाभ सबको मिले इसकी फुलप्रुफ व्यवस्था होनी चाहिए.
यह भी पढ़ें : कोरोना महामारी के बीच दिल्ली में शुरू होंगे अतिरिक्त 500 आईसीयू बेड
बीजेपी हवा में उड़ने वाली पार्टी है जिसे जमीनी हालात का अंदाज नहीं हो सकता है. विपक्ष को कोसना अपनी नाकामी पर परदा डालना बचाव नहीं है. जब कोरोना की दूसरी लहर का विशेषज्ञों-वैज्ञानिकों ने अंदेशा बता दिया था तब मुख्यमंत्री स्टार प्रचारक बनकर दूसरे प्रदेशों में घूमते रहे. जनता यहां तड़पकर मरने लगी. स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई. अगर द्वेषभाव नहीं होता तो समाजवादी सरकार के समय बनाए गए अस्पतालों को ही समय से चला दिया होता तो कोरोना संक्रमितों को मौत के मुंह से जाने से बचाया जा सकता था. अभी भी बीजेपी सरकार चेत जाए तो महामारी के प्रकोप पर कुछ हद तक नियंत्रण लग सकता है.
यह भी पढ़ें : तपस्यानंद सन्यासी महासभा के चीफ वैदिक आचार्य बनने वाले पहले दक्षिण भारतीय
बीजेपी सरकार सभी प्रदेशवासियों का मुफ्त में अगर वैक्सीन नहीं लगवाएगी तो समाजवादी पार्टी की सरकार सन् 2022 में हर प्रदेशवासी को यह सुविधा देगी. दुनिया की कोई भी वैक्सीन जो सबसे ज्यादा कारगर होगी और जिसकी प्रक्रिया आसान होगी उसे उपलब्ध कराया जाएगा. समाजवादी सरकार में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी होगीं. दवा-इलाज के बिना कोई नहीं रहेगा. हरेक के जिंदा रहने के अधिकार का पूर्ण-सम्मान होगा. समाजवादी सरकार में पूरी संवेदना के साथ प्रत्येक नागरिक को पूरी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी.