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उत्तर प्रदेश में धर्मस्थल खोलने को लेकर CM योगी ने दिए अहम निर्देश

इसी के चलते उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 (COVID-19) के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतना आवश्यक है.

News Nation Bureau
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06 Jun 2020, 09:15:00 AM (IST)

Lucknow:

देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. 1 जून को अनलॉक-1.0 आने के बाद से ही केंद्र समेत राज्य सरकारें धीरे-धीरे चीजों को खोलने लगी हैं. ऐसे में सभी राज्यों की सरकारें अपने-अपने राज्य में सोशल डिस्टेंसिंग समेत अन्य नियम कायदों पर अम्ल करवाने में जुटी हुई हैं. इसी के चलते उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कोविड-19 (COVID-19) के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी व सतर्कता बरतना आवश्यक है. इसके दृष्टिगत उन्होंने सभी स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि प्रभावी पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए.

लखनऊ में अपने सरकारी आवास 5, कालीदास मार्ग पर उच्च स्तरीय बैठक में सीएम योगी ने अनलॉक (Unlock 1.0) व्यवस्था की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में धर्मस्थलों (Shrines) को खोले जाने से पहले प्रशासन और पुलिस के अधिकारी धर्मस्थलों के प्रबन्धन से जुड़े लोगों से संवाद बनाते हुए उन्हें सभी सावधानियां सुनिश्चित करने की जानकारी दें. धर्मस्थल में प्रतिमा अथवा धार्मिक ग्रन्थों को कोई भी स्पर्श न करे.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक धर्मस्थल पर सैनेटाइजर, इंफ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था रहे. यह सुनिश्चित किया जाए कि धर्म स्थल के अन्दर एक बार में 5 से अधिक श्रद्धालु न हों. धर्मस्थल में प्रतिमा अथवा धार्मिक ग्रन्थों को कोई भी स्पर्श न करे. परिसर में श्रद्धालु जूता-चप्पल पहनकर न जाएं. जूता-चप्पल रखने के लिए धर्मस्थल की व्यवस्था से जुड़े लोग इस सम्बन्ध में समुचित इंतजाम करें. उन्होंने कहा कि यह उचित होगा कि लोग यथा-सम्भव अपने वाहन आदि में जूता-चप्पल उतारने के बाद ही धर्म स्थल की ओर प्रस्थान करें.मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर और कम्युनिटी किचन को संचालन की स्थिति में रखा जाए. क्वारेंटाइन सेंटर और कम्युनिटी किचन को सैनेटाइज करके रखा जाए, ताकि आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके. कामगारों/श्रमिकों को राशन किट तथा 1 हजार रुपए का भरण-पोषण भत्ता दिया जाए. उन्होंने इन समस्त व्यवस्थाओं की नियमित मॉनिटिरिंग करने के निर्देश भी दिए.

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सीएम ने मुख्य सचिव को दिए निर्देश 

मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वे सभी मण्डलायुक्तों और जिलाधिकारियों से प्रतिदिन सीधे संवाद कर कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखें. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में रोगियों को पीने के लिए गुनगुना पानी उपलब्ध कराया जाए. एल-1 कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन और एल-2 श्रेणी के कोविड चिकित्सालयों में ऑक्सीजन और वेंटीलेटर की व्यवस्था अवश्य हो. चिकित्सालयों में साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था पर बल देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बेड शीट आदि नियमित रूप से बदली जाए. डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ द्वारा नियमित राउण्ड लिया जाए.

सीएम ने कहा कि निगरानी समितियों को सक्रिय रखते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाए रखें. उन्होंने कहा कि आशा वर्कर से निरन्तर संवाद बनाए रखकर इन्हें प्रोत्साहित किया जाए.

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औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के लिए तेजी से प्रयास करें

मुख्यमंत्री ने औद्योगिक गतिविधियों में वृद्धि के लिए तेजी से प्रयास करने का निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ाकर रोजगार के अधिकाधिक अवसर सृजित किए जा सकते हैं. उद्यमियों को ऋण उपलब्ध कराने के लिए एमएसएमई सेक्टर के ऑनलाइन स्वरोजगार संगम जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं. उन्होंने उद्योग बन्धु, पिकप आदि संस्थाओं को उद्योगों के संचालन की अनुकूल परिस्थितियां सृजित करने के सम्बन्ध में प्रभावी प्रयास करने के निर्देश भी दिए.

पोर्टल बनाकर कामगारों, श्रमिकों को उपलब्ध कराएं रोजगार

मुख्यमंत्री ने कामगारों/श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए एक पोर्टल तैयार करने के निर्देश दिए. औद्योगिक इकाइयों के अलावा विभिन्न सरकारी विभागों तथा संस्थानों, जहां कामगारों/श्रमिकों की जरूरत हो, वहां इन्हें रोजगार देने के प्रयास किए जाएं. उन्होंने नोडल अधिकारियों को सम्बन्धित प्रदेश सरकारों से सम्पर्क कर उन राज्यों से वापसी के इच्छुक लोगों की सूची प्राप्त करने के निर्देश भी दिए, ताकि ट्रेनों की व्यवस्था की जा सके.

रेहड़ी आदि वालों को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ें

मुख्यमंत्री ने कहा कि डिजिटल पेमेंट सुविधाजनक होने के साथ-साथ वर्तमान परिस्थितियों में संक्रमण को रोकने में भी उपयोगी है. यह सुविधा ज्यादा से ज्यादा लोग अपनाएं, इसके लिए एक कार्य योजना बनाई जाए. इस कार्य योजना को लागू करते हुए रेहड़ी, खोमचे वालों आदि को डिजिटल बैंकिंग से जोड़ने का कार्य किया जाए. ऐसे प्रयास किए जाएं कि जिन्हें रोजगार प्राप्त हो, वे डिजिटल बैंकिंग से भी जुड़ें.