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हरपाल चीमा ने कहा मोदी-चन्नी की क्या डील हुई, आप ने विधानसभा से किया वॅाकआउट

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने गुरूवार को पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र से वॉकआउट कर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर गंभीर आरोप लगाए. आप नेता चीमा ने कहा कि पंजाब का सौदा करने में उन्होंने ही अहम भूमिका निभाई है.

News Nation Bureau
| Edited By :
11 Nov 2021, 06:46:25 PM (IST)

highlights

  • आप नेता चीमा ने कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप 
  • बीएसएफ के मुद्दे पर कांग्रेस सरकार कर रही ड्रामा 
  • 13 अक्तूबर की नोटिफिकेशन के बाद अब तक क्यों सोई रही सरकार

नई दिल्ली :

आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने गुरूवार को पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र से वॉकआउट कर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर गंभीर आरोप लगाए. आप नेता चीमा ने कहा कि पंजाब का सौदा करने में उन्होंने ही अहम भूमिका निभाई है. चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पहले यह बताएं कि पंजाब में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का अधिकार क्षेत्र 15 किमी. से 50 किमी. तक बढ़वाने पर उनकी नरेंद्र मोदी और अमित शाह से क्या डील हुई? चन्नी की ऐसी क्या मजबूरियां और कमजोरियां हैं कि वह केंद्र की मोदी सरकार के सामने घुटने टेकने पर विवश हो गए हैं. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी व अकाली दल पर भी जमकर निशाना साधा.

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वॉकआउट के बाद ‘आप’ के वरिष्ठ नेता एवं विधायक अमन अरोड़ा ने बताया कि सदन में मुख्यमंत्री उनके सवालों से बचते दिखे. अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी अमित शाह से दिल्ली जाकर मिले और उसके बाद अपने ट्विटर हेंडल से ट्वीट कर पंजाब की सीमा को असुरक्षित बताते हुए कहा कि सीमा पार से नशा और हथियार आ रहे हैं. इस निराधार दावे के बूते केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 13 अक्तूबर को पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किमी. से बढ़ाकर 50 किमी. तक कर दिया गया. अमन अरोड़ा ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री चन्नी से उनके ट्विटर हेंडल से किए ट्वीट का कारण पूछा तो वह मुकर गए. इसके बाद उन्होंने 5 अक्तूबर को मुख्यमंत्री चन्नी द्वारा अमित शाह को किया ट्वीट उन्हें दिखाया.

अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी स्पष्ट करें कि उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार से बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र के जरिए पंजाब का सौदा किन कारणों से किया है? अरोड़ा ने कहा कि पंजाब के संघीय ढांचे को हिलाने और पंजाब को खतरे में डालने वाले अपने इस सौदे के लिए मुख्यमंत्री चन्नी को पंजाब और पंजाब के लोगों से माफी मांगनी चाहिए.