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'हेमा मालिनी के गाल...' , हंगामे के बाद विवादित बयान पर मंत्री ने मांगी माफी

हेमा मालिनी ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू यादव ने भी ऐसा बयान किसी अच्छे नीयत से नहीं दिया था. बाद में तो कई लोग इस ट्रेंड को फॉलो करने लगे.

News Nation Bureau
| Edited By :
20 Dec 2021, 12:52:52 PM (IST)

highlights

  • महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल के बयान की चौतरफा आलोचना
  • लालू प्रसाद यादव ने भी ऐसा बयान किसी अच्छे नीयत से नहीं दिया था- हेमा मालिनी
  • विपक्षी बीजेपी के साथ ही सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस ने भी शिवसेना नेता को घेरा

New Delhi:

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार में जल आपूर्ति और स्वच्छता के कैबिनेट मंत्री और शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने बीजेपी सांसद हेमा मालिनी को लेकर विवादित बयान दिया है. इसकी चौतरफा आलोचना हो रही है. हालांकि बवाल मचने के बाद मंत्री पाटिल ने माफी मांग ली. शिवसेना के राज्यसभा सांसज और प्रवक्ता संजय राउत ने इस मामले को लेकर कहा कि इसे नकारात्मक तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए. हमलोग भी हेमा मालिनी की इज्जत करते हैं. सड़क के लिए हेमा मालिनी के गाल की तुलना कर उदाहरण देने वाला बयान बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने दिया था.

हेमा मालिनी ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लालू यादव ने भी ऐसा बयान किसी अच्छे नीयत से नहीं दिया था. बाद में तो कई लोग इस ट्रेंड को फॉलो करने लगे.

जलगांव जिले में बोडवाड़ नगर पंचायत के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, गुलाबराव पाटिल ने अपने राजनीतिक विरोधी पर तंज कसते हुए 'हेमा मालिनी के गालों की तरह सड़कें नहीं मिलीं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा...' विवादित बयान दिया. उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता एकनाथ खडसे पर तंज कसते हुए कहा, ''जिन लोगों ने 30 साल तक विधायक के रूप में काम किया है, उन्हें मेरे धरनगांव निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करना चाहिए. उन्हें पहले विकास देखना चाहिए. धरनगांव में हेमा मालिनी के गालों की तरह सड़कें नहीं मिलीं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा...''

My challenge is to the person who has been MLA for 30 years ( Eknath Khadse) to come towards my house (in his constituency, Jalgaon district), if the roads are not like Hema Malini's cheek, then I will resign: Maharashtra minister and Shiv Sena leader Gulabrao Patil (19.12) pic.twitter.com/ZY3apEyjxA

— ANI (@ANI) December 20, 2021

इस बयान का जवाब देते हुए एनसीपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा, ''मैं अभिनेता पर उनकी टिप्पणी के बारे में कुछ नहीं बोल सकता. पता नहीं उन्हें (गुलाबराव पाटिल) हेमा मालिनी की याद क्यों आई. हर कोई अपनी क्षमता के अनुसार बोलता है... लेकिन मैं पाटिल को बताना चाहता हूं कि मैं पिछले 30 सालों में एक भी चुनाव नहीं हारा हूं. अगर लोग मुझे बार-बार चुन रहे हैं, तो इसका मतलब है कि मैंने उनके लिए काम किया है.'

विपक्ष के साथ सहयोगी दलों ने भी मंत्री को घेरा

पाटिल के बयान के बाद विपक्षी पार्टी बीजेपी के साथ-साथ महाराष्ट्र सरकार की सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस ने भी शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल के बयान की आलोचना की.  बीजेपी नेताओं ने कहा है कि वह अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी करने के लिए मंत्री के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज करेंगे. विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने कहा कि गुलाबराव पाटिल के खिलाफ महिलाओं को बदनाम करने के लिए एक केस दर्ज किया जाना चाहिए. मैं देखना चाहता हूं कि एमवीए सरकार मंत्री के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है. बीजेपी नेता प्रवीण दारेकर ने कहा कि राज्य भर में एमवीए के तीन घटक एक-दूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं और जलगांव कोई अपवाद नहीं है. उन्होंने कहा कि वे आपस में लड़ रहे हैं, बीजेपी हर जगह जीत हासिल कर रही है.

बीजेपी और एनसीपी महिला मोर्चा हमलावर

बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष उमा खापरे ने कहा कि यह एक बेहद आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी है. उन्होंने महिलाओं की गरिमा को कम करने की कोशिश की है. महिलाएं राजनेताओं का सॉफ्ट टारगेट बनती जा रही हैं. हम निश्चित तौर पर मंत्री के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे. वहीं एनसीपी महिला विंग की राज्य प्रमुख और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने कहा कि एक जन प्रतिनिधि के रूप में पाटिल का बयान महिलाओं के लिए बेहद निंदनीय और अपमानजनक है. इस तरह की तुलना करके उन्होंने केवल अपने मूल्यों और संस्कृति को उजागर किया है...अगर वह माफी नहीं मांगते हैं, तो हमें उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी होगी.

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बवाल मचने के बाद मंत्री ने माफी मांगी

मंत्री के बयान पर अमरावती सांसद नवनीत राना ने भी आपत्ति जताई थी. सांसद ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब हमेशा महिलाओं का सम्मान करते थे, लेकिन महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्री अपनी मर्यादा भूल रहे हैं. विवादित बयान पर बवाल मचने के बाद मंत्री गुलाबराव पाटिल ने माफी मांग ली. मंत्री ने रविवार को कहा कि मेरे बयान से किसी के दिल को ठेस पहुंची है तो मैं अपने बयान के लिए माफी मांगता हूं. मंत्री ने कहा कि मेरा उद्देश्य कुछ और था.