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महाराष्ट्रः राम मंदिर मामले पर भिड़े शिवसेना-भाजयुमो कार्यकर्ता, 40 हिरासत में लिए गए

राम मंदिर विवाद (Ram Mandir Land) में शिवसेना (Shiv Sena) ने कहा कि जमीन खरीदी में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने से हमारी श्रद्धा और आस्था को ठेस पहुंची है, क्योंकि हमने भी एक करोड़ रुपये दिए हैं. जिसके बाद बीजेपी (BJP) ने भी पलटवार किया है. 

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Jun 2021, 05:07:04 PM (IST)

highlights

  • शिवसेना भवन के बाहर भाजयुमो का प्रदर्शन
  • पुलिस ने 40 भाजयुमो कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया
  • राम मंदिर जमीन विवाद में शिवसेना ने भी सवाल उठाए थे

नई दिल्ली:

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर एक बार फिर से राजनीति शुरू हो गई है. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने राम मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन में भ्रष्टाचार (Ram Mandir Land Scam) का आरोप लगाया जा रहा है. संजय सिंह के आरोपों का समाजवादी पार्टी ने भी समर्थन किया है. जिसके बाद पूरा विपक्ष लामबंद होकर इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहा है. इस मामले में हिंदूवादी पार्टी की छवि रखने वाली शिवसेना (Shiv Sena) भी कूद चुकी है. शिवसेना ने कहा कि जमीन खरीदी में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने से हमारी श्रद्धा और आस्था को ठेस पहुंची है, क्योंकि हमने भी एक करोड़ रुपये दिए हैं. जिसके बाद बीजेपी (BJP) ने भी पलटवार किया है. 

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बीजेपी ने कहा कि यदि शिवसेना को राम मंदिर ट्रस्ट पर विश्वास नहीं तो मंदिर निर्माण के लिए दिए गए 1 करोड़ रुपये वापस मांग ले. वहीं शिवसेना द्वारा राम मंदिर पर सवाल उठाने पर भाजपा युवा मोर्चा ने आज शिवसेना भवन में विरोध प्रदर्शन किया. इसका जवाब देने के लिए शिवसेना कार्यकर्ता भी वहां जमा हो गए. इस दौरान भाजयुमो (BJYM) और शिवसेना (Shiv Sena) के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए. हंगामे के चलते पुलिस को बीच-बचाव करना पड़ा. इस झड़प में कम से कम 40 भाजयुमो कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. 

राम मंदिर निर्माण पर टिप्पणी करने को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने आज मुंबई में शिवसेना के खिलाफ एक "फाटकर मोर्चा" का आयोजन किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि शिवसेना ने निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के बारे में झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाकर हिंदू धार्मिक स्थल और हिंदुओं की आस्था का अपमान किया है. इस दौरान बीजेपी और शिवसेना के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए और तनाव की स्थिति पैदा हो गई. विधायक सदा सर्वंकर और पूर्व महापौर श्रद्धा जाधव ने कहा कि जब बाबरी मस्जिद गिराई गई थी, तो शिवसेना गर्व के साथ आगे आई थी और अब बीजेपी बिना किसी कारण के इसका राजनीतिकरण कर रही है. महिलाओं पर किसी ने हमला नहीं किया है. श्रद्धा जाधव ने कहा कि पुलिस वहां मौजूद थी.

भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के बारे में झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाने के लिए शिवसेना के खिलाफ शिवसेना भवन में विरोध प्रदर्शन किया. मुंबई के अध्यक्ष तेजिंदर सिंह तिवाना ने कहा कि शिवसेना सत्ता में बने रहने और सीट बरकरार रखने के लिए सोनिया सेना बनकर कांग्रेस की धुन पर नाच रही है. सत्ता के लालच ने शिवसेना को इस तरह अंधा कर दिया है कि अब वे हिंदू धर्म और आस्था के साथ और हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा के खिलाफ राजनीतिक साजिश रच रहे हैं.

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उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं और हमारी आस्था पर हमला है. यह मोर्चा हमारे युवाओं के पक्ष में है. तिवाना ने कहा कि धर्म से विमुख हो चुकी शिवसेना को फटकार लगाई जानी चाहिए, अपनी क्षुद्र राजनीति के लिए हमारे धर्म और आस्था पर हमला करना बंद करें. विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा है कि मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और जांच के बाद सच सामने आएगा.उद्धव ठाकरे को अपनी जिम्मेदारी नहीं भूलनी चाहिए. दरेकर ने कहा कि पुलिस को उचित जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने उद्धव ठाकरे की सरकार को गुंडा सरकार बताकर आलोचना की है.

वहीं विधायक सदा सर्वंकर ने कहा कि जब बाबरी मस्जिद गिराई गई तो शिवसेना गर्व के साथ आगे आई और अब बीजेपी बिना वजह राजनीति कर रही है. सर्वंकर ने कहा कि अगर कोई शिवसेना भवन पर पत्थर ला रहा है, तो हम शिवसैनिक सुरक्षित नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी की शिवसेना भवन पर हमले की योजना थी. उन्होंने कहा कि शिवसेना भवन के सामने विरोध करना गलत है. पार्टी पर दबाव बनाने का काम किया जा रहा है. सेना भवन में पत्थर लाकर हम चुप नहीं रहेंगे. किसी को भी सेना भवन की ओर कुटिल दृष्टि से नहीं देखना चाहिए. अगर हमने चुपचाप विरोध किया होता, तो हमें कोई आपत्ति नहीं होती. सर्वंकर ने कहा कि बीजेपी ने जानबूझकर ऐसा किया है.