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एमपी में बढ़ते कोरोना संख्या के बीच आम जिंदगी को पटरी पर लाने की कवायद हुई तेज

मध्य प्रदेश में कोरोना के संक्रमण से प्रभावित हुई आम आदमी की जिंदगी को पटरी पर लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. जहां पूर्णबंदी को लगातार कम किया जा रहा है, वहीं योग केंद्र से लेकर जिमनेजियम आदि को खोलने की भी अनुमति दी जा रही है.

News Nation Bureau
| Edited By :
12 Aug 2020, 02:54:02 PM (IST)

भोपाल:

मध्य प्रदेश में कोरोना (CoronaVirus Covid-19) के संक्रमण से प्रभावित हुई आम आदमी की जिंदगी को पटरी पर लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. जहां पूर्णबंदी को लगातार कम किया जा रहा है, वहीं योग केंद्र से लेकर जिमनेजियम आदि को खोलने की भी अनुमति दी जा रही है. बाजार व दफ्तरों में चहल-पहल बढ़ रही है, वहीं राज्य में कोरोना पीड़ितों की रिकवरी रेट 75 फीसदी के पार पहुंच गई है.

राज्य में कोरोना संक्रमण ने आम से लेकर खास तक को अपनी गिरफ्त में ले लिया है. संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगातार एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. लोगों केा सोशल डिस्टेंसिंग पर अमल करने के साथ मास्क के इस्तेमाल की सलाह दी जा रही है. मास्क न लगाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है. राज्य में वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या 9,105 है.

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राज्य में इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, रतलाम को छोड़कर अन्य स्थानों पर मरीजों की संख्या में ज्यादा तेजी से इजाफा नहीं हो रहा है. इंदौर और भोपाल ही ऐसे दो जिले हैं जहां डेढ़ हजार से लेकर ढाई हजार के बीच सक्रिय मरीज है. वहीं देा जिलों ग्वालियर व जबलपुर में पांच सौ से एक हजार के बीच सक्रिय मरीज है. राज्य में 32 जिले ऐसे हैं जहां सक्रिय मरीजों की संख्या वर्तमान में सौ से कम है. अब तक इस बीमारी से 1033 मरीजों की मौत हो चुकी है.

बदलते हालातों के बीच राजधानी में कोरोना के तहत तय किए गए दिशा निर्देशों के आधार पर जिला प्रशासन ने योग केंद्र व जिमनेजियम आदि को खोलने की अनुमति देने का फैसला लिया है, तो दूसरी ओर सप्ताह में सिर्फ एक दिन रविवार को पूर्णबंदी का प्रावधान कर दिया गया है. पहले यह पूर्णबंदी रविवार के अलावा शनिवार या सोमवार को होती थी. वहीं रात 10 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फयू लागू है. फिलहाल शिक्षण संस्थाएं बंद हैं.

कोरोना केा लेकर लोगों में जागरुकता बढ़ाने के सरकार की ओर से प्रयास जारी हैं. इसके लिए 16 अगस्त से विषेष अभियान चलाया जाने वाला है. सामान्य होते हालातों से जहां एक ओर बाजार, दफ्तर आदि में चहल-पहल लौटी है वहीं भीड़ को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी के चलते सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य में आगामी गणेश उत्सव, मोहर्रम, जन्माष्टमी आदि त्यौहार सार्वजनिक रूप से नहीं मनाए जा सकेंगे. गणेश प्रतिमाएं सार्वजनिक रूप से स्थापित नहीं का जा सकेंगी तथा जन्माष्टमी एवं मोहर्रम पर जुलूस व ताजिए नहीं निकाले जा सकेंगे.

राज्य के कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश जगह मरीजों की संख्या नियंत्रित होने पर सरकार ने राहत की सांस ली है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना की रिकवरी रेट लगातार बढ़ रही है तथा बड़ी संख्या में मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं. इससे एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आ रही है, ये अच्छे संकेत हैं. वर्तमान में प्रदेश की रिकवरी रेट 75़1 प्रतिशत तथा एक्टिव मरीजों की संख्या 9,105 हो गई है. जहां नए 843 मरीज आए हैं वहीं 922 मरीज स्वस्थ होकर घर गए हैं.

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कोरोना संक्रमण केा लेकर आम लोगों में भय कम हो और वे घर में ही रहकर इलाज करा सकें, इस दिशा में भी सरकार ने काम करना शुरु कर दिया है. मुख्यमंत्री चौहान ने अधिकारियों से कहा है कि कम लक्षण वाले कोरोना के मरीजों को सुविधा सुलभ होने पर, घर पर ही इलाज की व्यवस्था की जाए. इन मरीजों की घर पर ही नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था हो.

राज्य में कोरोना की परीक्षण क्षमता भी बढ़ाई जा रही है. राज्य में मरीजों की जल्दी पहचान कर उनका इलाज किए जाने के लिए प्रदेश में कोरोना परीक्षण क्षमता लगातार बढ़ाई जा रही है. बीते रोज प्रदेश में 21 हजार 217 परीक्षण किए गए.