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एमपी में गणेश उत्सव पर लगी रोक, मूर्ति कलाकारों ने कहा-मूर्तियां नहीं बिकी तो कर लेंगे आत्महत्या

वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस ने मिट्टी की मूर्ति बनाने वाले कारीगरों का धंधा भी चौपट कर दिया है. हालात ये हो गए है कि वो खुद को मौत के हवाले करने की बात कहने लगे हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोनावायरस के कहर को देखते हुए राज्य में गणेश पूजा पर सार्वजनिक पंडाल लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया.

Updated on: 11 Aug 2020, 03:49 PM

नई दिल्ली:

महामारी कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है. हर देश के लोग गिरती आर्थिक व्यवस्था से बुरी तरह प्रभावित हैं. कोरोना के कारण गरीब तबका और मध्यम वर्ग का परिवार खासतौर से परेशान है. उनकी रोजी-रोटी पर कोरोना काल बना हुआ है. इस वायरस के संक्रमण के डर ने बाजारों को भी खत्म सा कर दिया है. भारत में तीज त्यौहार के मौके पर छोटे व्यापारी और दुकानदारों को खास फायदा होता था लेकिन इस बार घर का खर्चा निकलना भी मुश्किल हो गया है.

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वहीं दूसरी तरफ कोरोना वायरस ने मिट्टी की मूर्ति बनाने वाले कारीगरों का धंधा भी चौपट कर दिया है. हालात ये हो गए है कि वो खुद को मौत के हवाले करने की बात कहने लगे हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश में बढ़ते कोरोनावायरस के कहर को देखते हुए राज्य में गणेश पूजा पर सार्वजनिक पंडाल लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. एमपी सरकार के इस फैसले से भगवान की मूर्ति बनाने वाले कलाकारों में उदासी की लहर छा गई.

एक कलाकार ने कहा, 'हमने पैसा बाजार, रिश्तेदारों और जेवर गिरवी रख कर लिया है. जो पैसा हमने खर्च कर दिया है वो हम कहां से लाएंगे.अगर ये मूर्तियां नहीं बिकी तो हम आत्महत्या कर लेंगे.'

बता दें कि देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है. पिछले 24 घंटों कोरोना 53 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद कुल आंकड़ा बढ़कर 22 लाख के पार पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में अब तक कोरोना के 22 लाख 68 हजार 676 मामले सामने चुके हैं जिनमें से 6 लाख 39 हजार 929 मामले फिलहाल एक्टिव हैं जबकि 15 लाख 83 हजार 490 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. वहीं अब तक 45 हजार 257 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले 24 घंटों में कोरोना ते 53 हजार 601 नए मामले सामने आए हैं जबकि 871 लोगों की मौत हुई है.