तीस हजारी कांड : पथराव करने वाले वकील ही थे, क्या गारंटी?
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने क्राइम ब्रांच की जो एसआईटी (SIT) बनाई है, उसे यही तय करने में पसीना आ रहा है कि मुंह ढककर बवाल मचाने वालों को वह वकील कैसे साबित करेगी?
नई दिल्ली:
तीस हजारी कोर्ट (Tis Hazari Court) में 2 नवंबर 2019 को वकीलों और पुलिस के बीच हुई खूनी लड़ाई में एक और सीसीटीवी का जिन्न सामने निकल कर आया है. इस सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) में काले कोट में मौजूद लोग मुंह पर कपड़ा बांधे हुए हैं. ये लोग तीस हजारी के लॉकअप पर ईंट-पत्थर बरसा रहे हैं. पथराव के दौरान ही एक भीषण धमाका भी होता है. धमाके के ही बीच से आग का डरावना गुबार भी आसमान छूने को लालायित दिखाई देता है. वीडियो में पथराव कर रहे लोगों में से अधिकांश ने काले कोट, सफेद शर्ट और काले रंग की पैंट पहन रखी है. देखने से ये लोग वकील ही लग रहे हैं, काले कोट-पैंट वाले वकील ही होंगे, यह पुष्टि कर पाना इसलिए बेहद मुश्किल हो रहा है, क्योंकि सबके चेहरे रुमाल या फिर किसी कपड़े से ढके हुए हैं.
यह भी पढ़ें : मोदी सरकार के मंत्री की बहू ने वाराणसी में की प्याज की विधिविधान से पूजा, जानें क्यों
तीस हजारी कोर्ट से जुड़े एक सूत्र ने गुरुवार को आईएएनएस को बताया, "दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने क्राइम ब्रांच की जो एसआईटी (SIT) बनाई है, उसे यही तय करने में पसीना आ रहा है कि मुंह ढककर बवाल मचाने वालों को वह वकील कैसे साबित करेगी? "
इस सूत्र का इसके सामने तर्क था, "दरअसल, 2 नवंबर को तीस हजारी अदालत में चुनावी प्रक्रिया संबंधी कामकाज चला था. उस दिन आम पब्लिक कम थी. इसके बाद भी झगड़े के दौरान अचानक वकीलों के रूप में जो भीड़ सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई, वो भी संदेह के घेरे में है. वजह, हो सकता है कि वकीलों की आड़ में कुछ असामाजिक तत्व उस घटना के दौरान उपद्रव फैलाकर यानी आग में घी डालकर निकल गए हों। झंझट वकीलों व पुलिस के बीच बढ़ गया."
यह भी पढ़ें : राफेल पर फैसले के बाद मनोहर पर्रिकर के बेटे ने किया ट्वीट, राहुल गांधी के लिए कही बड़ी बात
आईएएनएस के हाथ लगे इस नए सीसीटीवी फुटेज में 2 नवंबर को तीस हजारी कोर्ट में काला कोट और सफेद शर्ट पहने हुए मुंह ढके लोग पथराव करते दिखाई दे रहे हैं. इस सीसीटीवी फुटेज को भी जांच कमेटियों ने कब्जे में ले लिया है. उधर, तीस हजारी कोर्ट में घटना वाले दिन मौजूद लोग और पीड़ित पुलिस वालों का आरोप है कि पथराव करने वाले वकील ही थे. कुछ दिन बाद जांच पूरी होते ही सब कुछ सामने आ जाएगा.