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सुविधाएं मांगने पर बिल्डर ने चली ऐसी चाल कि फ्लैट खरीदारों के छूटे पसीने

गाजियाबाद से एक बेहद ही अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां के राजनगर एक्सटेंशन स्थित और काइमेरा सोसायटी में बिल्डर ने आवंटियों को एक नोटिस भेज कर संपत्ति का स्त्रोत पूछा है.

15 Oct 2019, 11:45:58 AM (IST)

नई दिल्ली:

गाजियाबाद से एक बेहद ही अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. यहां के राजनगर एक्सटेंशन स्थित और काइमेरा सोसायटी में बिल्डर ने आवंटियों को एक नोटिस भेज कर संपत्ति का स्त्रोत पूछा है. नोटिस मिलने के बाद भड़के आंवटियों ने इसकी शिकायत सोमवार को जीडीए वीसी कंचन वर्मा से की है. जिसमें सभी ने आरोप लगाया है कि बिल्डर दबाव बनाने के लिए नोटिस भेज रहा है क्योंकि आय का स्त्रोत पूछने का अधिकार सिर्फ आयकर विभाग को है न कि बिल्डरों को.

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आवंटियों के शिकायत के बाद जीडीए वीसी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि 17 अक्टूबर को उनकी टीम विभिन्न विभागों को साथ लेकर आरोपों की जांच के लिए सोसयटी जाएगी. इसके लिए ओएसडी संजय कुमार को नामित किया गया है.

दरअसल, इस पूरे मामले की बात करें तो इस सोसायटी में करीब 850 से ज्यादा परिवार रहते हैं. आवंटियों की माने वो सभी समय से रख-रखाव शुल्क दे रहें. इसके बाद भी बिल्डर उन्हें सुविधाएं नहीं दे रहा है.

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उन्होंने आरोप लगाया कि सोसायटी में सीसीटीवी कैमरे, अग्निश्मन यंत्र और विद्युत उपकरण खराब पड़े हैं. साथ ही बिल्डर अस्थाई कनेक्शन से महंगी दर पर बिजली सप्लाई कर रहा है. दूसरी सोसायटियों में 6.80 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली दी जा रही है. उनकी सोसायटी में बिल्डर 7.97 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली दे रहा है. वहीं बिजली के तार भी खुले में पड़े हैं.

वहीं इस मामले में इनकम टैक्स विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यदि बिल्डर को किसी प्रकार के ब्लैकमनी होने का अंदेशा था तो वह इसकी शिकायत आयकर विभाग को करता फिर आयकर विभाग की तरफ से नोटिस जारी होता है.