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गार्गी कॉलेज का मामला पहुंचा संसद, महिला आयोग ने भी लिया संज्ञान

छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज फेस्ट के दौरान दर्जनों भर लड़कों ने कॉलेज में तोड़फोड़ की और छात्राओं के साथ छेड़खानी भी की

News Nation Bureau
| Edited By :
10 Feb 2020, 12:50:32 PM (IST)

नई दिल्ली:

दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज में तोड़फोड़ और छात्राओं के साथ छेड़छाड़ करने की घटना सामने आई है. छात्राओं का आरोप है कि कॉलेज फेस्ट के दौरान दर्जनों भर लड़कों ने कॉलेज में तोड़फोड़ की और छात्राओं के साथ छेड़खानी भी की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना गुरुवार की है. हालांकि कॉलेज अधिकारियों ने इस मामले में कोई शिकायत दर्ज करने से साफ इंकार कर दिया है. घटना वार्षिक उत्सव रेवरी के तीसरे दिन की बताई जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष सुंदरम ठाकुर ने बताया कि यह कथित घटना 6 फरवरी को शाम 4 से 5 बजे के बीच हुई थी. इश वार्षिक कार्यक्रम में पुरुषों का प्रवेश प्रतिबंधित था.  

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इस मामले में पुलिस का बयान भी सामने आया है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी तक हमें कोई शिकायत नहीं मिली है हालांकि पुलfस इस मामले की जांच कर रही है. वहीं बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के नेता संजय इस मामले को आज राज्यसभा में उठाएंगे. 

वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है. इसी के तहत NCW की एक टीम आज कॉलेज भी जाएगी.

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National Commission for Women (NCW) takes cognizance of alleged sexual assault on students of Delhi's Gargi College for women. A team of NCW will visit the college today. pic.twitter.com/JyC454uVxG

— ANI (@ANI) February 10, 2020

छात्र अध्यक्ष सुंदरम ठाकुर ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान गेट पर काफी भीड़ इकट्ठी हो गई थी. उपद्रवियों ने धक्का देकर गेट तोड़ दिया जिससे 200 से ज्यादा लोग बिना पास के ही कॉलेज में घुस गए जिससे स्थिति को काबू में करने में थोड़ा समय लग गया. उन्होंने ये भी बताया कि कई छात्र इस घटना को लेकर अलग-अलग बातें कर रहे हैं. वहीं कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल प्रोमिला कुमार ने बताया कि इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है. इस कार्यक्रम में डीयूके दूसरे कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को भी प्रवेश की अनुमति थी. उन्होंने कहा, कॉलेज प्रशासन के पास कैंपस में पुलिस, कमांडो और बाउंसर थे और कर्मचारी भी ड्यूटी पर थे.