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जिस महिला की हत्या में सजा काट रहे थे 2 लोग, वह डेढ़ साल बाद जिंदा मिली

बिहार की सारण पुलिस ने हत्या के अपराध में सजा काट रहे दो लोगों की वजह बनी एक महिला की करतूत का पर्दाफाश किया है. दरअसल, मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा ने बताया कि साल 2019 के मई महीने में डेरनी थाने के ककरहट गांव से एक महिला अपने बेटे के साथ लापता हो गई.

News Nation Bureau
| Edited By :
27 Dec 2020, 03:03:10 PM (IST)

छपरा:

बिहार की सारण पुलिस ने हत्या के अपराध में सजा काट रहे दो लोगों की वजह बनी एक महिला की करतूत का पर्दाफाश किया है. दरअसल, मढ़ौरा डीएसपी इंद्रजीत बैठा ने बताया कि साल 2019 के मई महीने में डेरनी थाने के ककरहट गांव से एक महिला अपने बेटे के साथ लापता हो गई थी. वारदात के दो दिनों बाद भेल्दी थाने के हकमा डाबरा नदी के किनारे पुलिस ने एक महिला के शव को बरामद किया था जिसकी पहचान नहीं हो पाई थी. पुलिस ने चौकीदार के बयान आधार पर केस दर्ज कर लिया था.

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वहीं, अखबार में खबर छपने के बाद परिवार वाले भेल्दी थाने पर पहुंचे जहां शव की पहचान गायब महिला के पिता परसा थाने के बाजितपुर गांव निवासी विजय सिंह ने अपनी बेटी स्वीटी देवी के रूप में की. पहचान होने के बाद विजय सिंह द्वारा स्वीटी के पांच ससुराल वाले को नामजद आरोपी बनाया था, जिसमें पुलिस ने एक महिला समेत दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. काफी जांच पड़ताल के बाद पुलिस को जब शक हुआ तब तकनीकी साक्ष्य के आधार पर मुजफ्फरपुर से महिला को उसके बच्चे समेत पकड़ कर व्यवहार कोर्ट के सामने पेश किया. 

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ये है पूरा मामला
परसा थाना क्षेत्र के बाजितपुर गांव निवासी विजय सिंह की पुत्री स्वीटी देवी की शादी डेरनी थाना क्षेत्र के ककरहट गांव के मनबोध कुमार से वर्ष 2008 में शादी हुई थी जिससे दोनों के दो पुत्र थे. शादी के बाद मनबोध की दिमागी हालत ठीक नहीं रह रही थी. 15 मई 2019 को स्वीटी 7 वर्षीय अपने छोटे पुत्र पवन को टैंपू में बैठाकर अपने ससुराल से निकल गई जिसके बाद ससुराल वालों ने घर से जाने की सूचना  उसके पिता विजय सिंह को दी देर शाम तक अपने मायके नहीं पहुंची तब परिजन चिंतित होकर खोजबीन में जुट गए.

इस घटना के दो दिनों बाद 17 मई को भेल्दी के हकमा के समीप डबरा नदी से भेल्दी पुलिस ने एक महिला के शव को बरामद किया. अगले दिन अखबार में खबर छपने के बाद विजय सिंह अपने परिजनों के साथ थाना पहुंचे जहां उन्होंने शव को देख अपनी पुत्री के रूप में की. इस मामले में विजय सिंह द्वारा  थाने में प्राथमिकी दर्ज करा ससुराल के पांच लोगों को अभियुक्त बनाया गया था.