खनन के दौरान पत्थर उड़कर गांव में गिरा, आक्रोशित ग्रामीणों ने खनन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा
पत्थर गांव के अलाउद्दीन के मकान व मध्य विद्यालय के भवन पर गिरा.
New Delhi:
बिहार में औरंगाबाद के रफीगंज के पचार पहाड़ में खनन के दौरान हुई ब्लास्टिंग से पत्थर उड़ कर पचार गांव में गिर गया. पत्थर गांव के अलाउद्दीन के मकान व मध्य विद्यालय के भवन पर गिरा. जिसके बाद गांव के लोग आक्रोशित हो उठे और खनन क्षेत्र में जम कर हंगामा मचाया. उग्र हुई भीड़ ने खनन क्षेत्र में खड़े चारपहिया से लेकर हाइवा व पोकलेन समेत दो दर्जन से अधिक वाहनों को फूंक दिया. इस दौरान भीड़ ने खनन क्षेत्र में काम कर रहे लगभग डेढ़ दर्जन कर्मियों की भी पिटाई की. जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने कर्मियों को खनन क्षेत्र में दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. कार्यालय में रखे कंप्यूटर सिस्टम को भी क्षतिग्रस्त कर दिया और कार्यालय में तोड़फोड़ की.
प्राप्त जानकारी के अनुसार भीड़ ने लगभग तीन लाख रुपये लूट लिये. इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर आगजनी करते हुए खनन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. अलाउद्दीन के घर की महिलाओं ने बताया कि हमलोग अपने आंगन में घर का काम कर रहे थे. इसी बीच दो-तीन पत्थर आंगन में अचानक आकर तेजी से गिरे. उधर, स्कूल के भवन पर भी पत्थर आकर गिर गये.
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3ग्रामीणों ने कहा कि यह गनीमत रही किसी की जान नहीं गई. उग्र ग्रामीणों द्वारा हंगामा करने के बाद पूरा खनन क्षेत्र हंगामे की बली चढ़ गया. घटना की सूचना मिलते ही रफीगंज सीओ अवधेश कुमार सिंह, थानाध्यक्ष राजीव रंजन दल -बल के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाया-बुझाया तब जाकर ग्रामीण शांत हुए और अपने-अपने घर चले गये.
15 से अधिक कर्मी घायल
खनन क्षेत्र के निदेशक कौशल सिंह ने बताया कि पचार के कुछ ग्रामीण पूर्व से ही अनावश्यक रूप से दबाव बनाने के लिए छोटी-मोटी घटना कर चुके हैं. बाद में सामाजिक कारणों से बीच बचाव हुआ, लेकिन वह घटना का रिहर्सल था. एक भी पत्थर गांव में नहीं गया है, बल्कि गलत मंशा से लोगों को उकसा कर घटना काे अंजाम दिया गया है. निदेशक ने बताया कि खनन कार्य में लगे 15 से अधिक कर्मी घायल हुए हैं. उन्होंने बताया कि इस घटना से उन्हें लाखों रुपये का नुकसान हुआ है.