बयासी विधानसभा सीट पर RJD का है कब्जा, ये जाति अहम फैक्टर
बायसी विधानसभा क्षेत्र कोसी की उपधारा कनकई और परमान से घिरी हुई है. साल में करीब छह महीने यह इलाका टापू जैसा हो जाता है. लिहाजा यहां की जिंदगी कठिन मानी जाती है. बायसी है तो पूर्णिया जिले में, लेकिन यह किशनगंज लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
पूर्णिया:
बिहार विधान सभा चुनाव लेकर सभी पार्टियां ने कमर कम ली है. वहीं, बयासी विधानसभा सीट पर आरजेडी का कब्जा है. यहां से हाजी अब्दुस सुब्हान राजद के टिकट पर चुनाव जीत कर विधायक बने और विधानसभा पहुंचे. अब्दुस सुब्हान ने आईएनडी के विनोद कुमार को हराया था. इस सीट पर मुस्लिम फैक्टर काफी अहम रहता है. वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले बीजेपी, कांग्रेस आरजेडी, जदयू और LJP जैसी सभी पार्टियां पूरी ताकत लगा रही है. इस बार सियासी समीकरण कुछ बदला हो सकता है. क्योंकि ओवैसी की पार्टी यहां से इस बार विधानसभा का चुनाव लड़ेगी.
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दरअसल, बायसी विधानसभा क्षेत्र कोसी की उपधारा कनकई और परमान से घिरी हुई है. साल में करीब छह महीने यह इलाका टापू जैसा हो जाता है. लिहाजा यहां की जिंदगी कठिन मानी जाती है. बायसी है तो पूर्णिया जिले में, लेकिन यह किशनगंज लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यहां राजनीति की कोई निश्चित धारा नहीं है. अब तक अधिकांश समय अल्पसंख्यक समुदाय से ही विधायक चुने जाते रहे हैं. अल्पसंख्यकों की आबादी लगभग 60 फीसदी है.
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इस सीट पर पहले कांग्रेस और समाजवादियों के बीच मुकाबला हुआ करता था. 2005 में निर्दलीय जीता. 2010 में बीजेपी जीती, मगर अभी यह सीट राजद के खाते में है. यह अल्पसंख्यक बहुत इलाका है. आम तौर पर इसी वर्ग से उम्मीदवार आमने-सामने होते हैं. नतीजा तय करने में हिंदू मत भी निर्णायक होते हैं.