केरल के 12 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट, भारी बारिश की संभावना के चलते NDRF की टीमें तैनात
केरल के 12 जिलों जिसमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझीकोड़, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, एर्नाकुलम, इडुक्की, पठानिमथिट्टा, कोट्टायम और अलाप्पुझा शामिल हैं के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है .
नई दिल्ली:
केरल में मूसलाधार बारिश के चलते भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार को 12 जिलों में पूरे दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने बृहस्पतिवार को तिरुवनंतपुरम और कोल्लम को छोड़कर केरल के शेष सभी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया. भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा कि केरल के 12 जिलों जिसमें कासरगोड, कन्नूर, वायनाड, कोझीकोड़, मलप्पुरम, पलक्कड़, त्रिशूर, एर्नाकुलम, इडुक्की, पठानिमथिट्टा, कोट्टायम और अलाप्पुझा शामिल हैं के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और यहां अगले 48 घंटे में भारी बारिश की संभावना है.
आपको बता दें कि ऑरेंज अलर्ट उस क्षेत्र के लिए जारी किया जाता है जहां पर बहुत भारी बारिश की संभावना होती है. ऑरेंज अलर्ट के अनुसार क्षेत्र में छह से 20 सेंटीमीटर की बारिश हो सकती है. वहीं पर रेड अलर्ट 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश की संभावना के लिए जारी किया जाता है जबकि यलो अलर्ट 11 सेंटीमीटर से कम बारिश की संभावना जताता है.
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने कहा कि उत्तरी तमिलनाडु और आसपास के क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण की वजह से इस दक्षिणी राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश होगी. केंद्रीय मौसम विभाग ने इससे पहले बुधवार को राज्य में अगले दो दिनों तक भारी और बहुत भारी बारिश होने और उसके बाद अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई थी.
गौरतलब है कि केरल में पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है. इस कारण राज्य के कुछ हिस्सों में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. तेज बारिश की वजह से कई जगहों पर यातायात मार्ग भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
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मूसलाधार बारिश को देखते हुए राज्य में समय से पहले मानसून आने के मद्देनजर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक दिन पहले तैयारी के संबंध में निर्देश जारी किए थे ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि अधिकारी भूस्खलन और बाढ़ जैसी समस्याओं से निपटने के लिए तैयार रहें.
मुख्यमंत्री द्वारा जारी किए गए कुछ निर्देश थे- स्थानीय निगम अपने क्षेत्र में आपदा संभावित क्षेत्रों की एक सूची तैयार करें और उसे पुलिस और अग्निशमन सेवाओं जैसे संबंधित अधिकारियों को उपलब्ध कराएं.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने पहले ही केरल में अपने पांच दलों को तैनात कर दिया है. एसडीएमए ने लोगों से बारिश कम होने तक नदियों और अन्य जलाशयों से दूर रहने को कहा है. एसडीएमए ने लोगों से जब तक आपात स्थिति न हो तब तक पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा नहीं करने के लिए कहा है. साथ ही बारिश कम होने तक रात की यात्रा से बचने की भी सलाह दी है.
जिला प्रशासन ने भी लोगों को तटीय क्षेत्रों के पास न जाने की चेतावनी दी है. आईएमडी ने पहले पूर्वानुमान जताया था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 मई तक राज्य में दस्तक दे सकता है. इस बार मानसून के सामान्य तारीख से पांच दिन पहले आने के आसार हैं.