IPL 2021 : नासिर हुसैन बोले, लोग मर रहे थे और आईपीएल चल रहा था
बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 को तो स्थगित कर दिया है और इसके अब जल्द होने की संभावना भी नहीं है. इस बीच अब दुनियाभर के खिलाड़ी और पूर्व खिलाड़ी भी अपनी अपनी बात रख रहे हैं.
नई दिल्ली :
बीसीसीआई ने आईपीएल 2021 को तो स्थगित कर दिया है और इसके अब जल्द होने की संभावना भी नहीं है. इस बीच अब दुनियाभर के खिलाड़ी और पूर्व खिलाड़ी भी अपनी अपनी बात रख रहे हैं. कुछ दिग्गज तो बीसीसीआई की आलोचना करने से भी नहीं कतरा रहे हैं. अब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने आईपीएल 14 को लेकर अपनी बात रखी है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा है कि भारत में कोविड महामारी की दूसरी लहर के बीच इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल 2021 का आयोजन करना ठीक नहीं था. उन्होंने इस आयोजन को अप्रिय करार दिया है. नासिर हुसैन ने डेली मेल के लिए अपने कॉलम में लिखा है कि इसे देखना एक समय पाप जैसा लगता है कि टूर्नामेंट चल रहा है जबकि सड़क पर लोग यहां वहां अपनी जान से जा रहे हैं. मैं खिलाड़ियों की आलोचना नहीं करना चाहूंगा लेकिन इसे स्थगित किया ही जाना चाहिए था.
यह भी पढ़ें : IPL 2021 सस्पेंड होने के बाद बोले सुरेश रैना, कभी इतना असहाय महसूस नहीं किया
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने आईपीएल के 2021 सीजन को तत्काल प्रभाव से मंगलवार को स्थगित कर दिया. यह फैसला सोमवार को आईपीएल बायो बबल में अधिक कोविड पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद लिया गया है. उन्होंने कहा कि भारत में टूर्नामेंट को आयोजित कराने की पहली गलती थी. छह महीने पहले ही यूएई में जो आईपीएल हुआ था, वह शानदार था. वहां पर कोरोना के केस भी कम थे और बायो बबल भी काफी मजबूत था. उन्हें वहां लौटना चाहिए था. पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने कहा कि आईपीएल को स्थगित करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. बायो सिक्योर बबल भी नहीं सुरक्षित इसे कही जगह पर भेदे जाने की खबर आ चुकी है. अब बहुत हो गया. यह अब क्रिकेट के खेल से भी कहीं ज्यादा बड़ा हो चुका है.
यह भी पढ़ें : IPL 2021 : आईपीएल 14 के बचे हुए मैच कब हो सकते हैं जानिए क्या है संभावना
नासिर हुसैन ने आगे कहा कि खिलाड़ी मूर्ख नहीं हैं ना ही संवेदनहीन. वो इस बात को पूरी तरह से वाकिफ थे कि भारत में इस वक्त क्या स्थिति चल रही है. उन्होंने देखा था कि कैसे लोग अस्पताल, बिस्तर और आक्सीजन के लिए हाथ जोड़ कर बिनती कर रहे थे. उन्होंने देखा जो बिना इस्तेमाल के एम्बूलेंस क्रिकेट मैदान के बाहर खड़े थे और उनको यह लगता था कि क्या यह सही समय है कि खेल को जारी रखा जाए. वो सभी इस चीज को लेकर काफी असहज थे.