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IPL से बाहर हुई चेन्नई सुपर किंग्स! महेंद्र सिंह धोनी ने किस्मत को ठहराया जिम्मेदार

चेन्नई के खिलाफ खेले गए मैच में मुंबई के लिए ईशान किशन ने नॉटआउट 68 रनों की पारी खेली तो वहीं क्विंटन डि कॉक 46 रन बनाकर नॉटआउट रहे.

News Nation Bureau
| Edited By :
24 Oct 2020, 01:17:14 PM (IST)

नई दिल्ली:

3 बार की चैंपियन महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) आईपीएल (IPL) के 13वें सीजन से लगभग बाहर हो चुकी है. आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपर किंग्स लीग राउंड में अभी तक कुल 11 मुकाबले खेल चुकी हैं, जिनमें से उन्हें 8 मैचों में हार का सामना करना पड़ा है. शुक्रवार को खेले गए मैच में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) ने चेन्नई को 10 विकेट से हरा दिया. आईपीएल में ऐसा पहली बार हुआ है कि चेन्नई को 10 विकेट से मैच गंवाना पड़ा है. इससे पहले धोनी की टीम कभी भी कोई मैच 10 विकेट से नहीं हारी.

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शुक्रवार को खेले गए मैच में मुंबई ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए चेन्नई की बैटिंग लाइन-अप को पूरी तरह से डेस्ट्रॉय कर दिया. चेन्नई सुपर किंग्स पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 114 रन ही बना सकी. जिसके जवाब में मुंबई ने 12.2 ओवर में बिना कोई विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया. मुंबई के लिए ईशान किशन ने नॉटआउट 68 रनों की पारी खेली तो वहीं क्विंटन डि कॉक 46 रन बनाकर नॉटआउट रहे.

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बता दें कि इससे पहले चेन्नई को 9 विकेट से हार मिली थी जो उसकी सबसे बुरी हारों में से एक थी. इत्तेफाकन चेन्नई को वो हार भी मुंबई से साल 2008 में मिली थी. शुक्रवार को चेन्नई के खिलाफ खेले गए मैच में मुंबई ने 46 गेंदें बाकी रहते हुए मैच जीत लिया था. बाकी बची गेंदों के लिहाज से भी चेन्नई की ये सबसे बड़ी हार है. इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स ने चेन्नई को साल 2012 में 40 गेंदें बाकी रहते हुए हराया था. 2008 में मुंबई ने 37 गेंदें बाकी रहते हुए चेन्नई को हराया था. राजस्थान ने भी साल 2008 में ही चेन्नई को 34 गेंद बाकी रहते हुए शिकस्त दी थी.

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शुक्रवार को मुंबई के हाथों मिली करारी हार के बाद चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी काफी मासूस दिखे. मैच के बाद धोनी ने कहा कि इस तरह के प्रदर्शन से काफी दुख होता है. हमें देखना होगा कि गलती कहां हो रही है. निश्चित तौर पर ये साल हमारा रहा ही नहीं. माही ने कहा कि आप भले ही आठ विकेट से हारें या दस विकेट से हारे, वह मायने नहीं रखता लेकिन देखना यह है कि हम टूर्नामेंट में इस समय कहां है और यही बहुत दुख पहुंचाता है. धोनी ने कहा कि किस्मत ने भी हमारा साथ नहीं दिया. जिन मैचों में हम पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे, वहां हम टॉस नहीं जीत सके. कप्तान ने कहा कि चेन्नई के बाकी 3 मैचों में युवाओं को परखा जाएगा.