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27 साल पहले जब सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ किया था टेस्ट डेब्यू ....

कराची के नेशनल स्टेडियम में 15 नवंबर को जब सचिन पाकिस्तान के खिलाफ फिल्डिंग के लिए उतरे, तो उम्मीद किसी को नहीं थी कि आने वाले दिनों में क्या होने वाला था।

News Nation Bureau
| Edited By :
15 Nov 2016, 08:20:11 PM (IST)

highlights

  • 27 साल पहले 15 नवंबर, 1989 को किया था सचिन ने टेस्ट में डेब्यू
  • पाकिस्तान के खिलाफ शुरू किया था अपना करियर

नई दिल्ली:

वह 15 नवंबर, 1989 का दिन था जब सचिन रमेश तेंदुलकर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया। तब वह 16 साल के थे अब 43 साल के हैं। 27 साल गुजर गए।

मैदान पर रहते हुए खबरों में छा जाने और अपने खेल से पूरी दुनिया का दिल जीत लेने का कारनामा न जाने कई खिलाड़ी करते रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। लेकिन, उस खिलाड़ी को क्या कहेंगे जिसके संन्यास लेने के तीन साल बाद उसके हर एक अंदाज की चर्चा उसी गर्मजोशी से होती है, जैसे वह कल दोबारा बल्लेबाजी करने उतरने वाला हो। उन्हीं लाखों-करोड़ों लोगों की दुआओं के साथ और उम्मीदों के बोझ तले।

कराची के नेशनल स्टेडियम में 15 नवंबर को जब सचिन पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच में फिल्डिंग के लिए उतरे, तो उम्मीद किसी को नहीं थी कि आने वाले दिनों में क्या होने वाला था। सचिन का यह पहला टेस्ट मैच था।

उस समय किसी को क्या पता था यह मामूली सा दिखने वाला लड़का क्रिकेट का भगवान कहलायेगा। सचिन ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्हें देखते हुए एक पूरी पीढ़ी जवान हो गई। तो एक पूरी पीढ़ी ने हॉकी से क्रिकेट की ओर देखना शुरू कर दिया।

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बहरहाल, फिल्डिंग के बाद बारी आई बल्लेबाजी की। सचिन छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। तब पाकिस्तान के पहली पारी में 409 के जवाब में भारत महज 41 रनों पर चार विकेट खो चुका था। सचिन उस मैच में 24 गेंदों में 15 रन बनाकर आउट हुए और इसमें दो चौके थे। वह मैच ड्रा रहा और दूसरी पारी में उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।

सचिन ने अपना पहला टेस्ट शतक इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में मैनचेस्टर में बनाया। दूसरी पारी में तब वह 119 रन बनाकर नॉट आउट रहे। सचिन ने अपने 24 साल के टेस्ट करियर में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए।

इसमें 51 सेंचुरी और 68 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। 1992 के वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट बदल चुका था। वनडे क्रिकेट टेस्ट पर हावी होने लगा था। ये वह दौरा भी था जब सचिन निखर रहे थे, उनका खेल लोगों को रास आने लगा था।

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सचिन के टेस्ट करियर की खास बात ये रही कि उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने होमग्राउंड यानी मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला। सचिन के टेस्ट डेब्यू और टेस्ट करियर के समापन का एक अजब संयोग ये भी है कि 15 नवंबर को ही सचिन आखिरी बार इंटरनेशनल क्रिकेट में आउट होकर पवेलियन लौटे। 14 से 16 नवंबर, 2013 के बीच वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए उस टेस्ट मैच में सचिन ने 74 रन बनाए।

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कराची के नेशनल स्टेडियम में 15 नवंबर को जब सचिन पाकिस्तान के खिलाफ फिल्डिंग के लिए उतरे, तो उम्मीद किसी को नहीं थी कि आने वाले दिनों में क्या होने वाला था। उस समय किसी को क्या पता था यह मामूली सा दिखने वाला लड़का क्रिकेट का भगवान कहलायेगा। सचिन ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्हें देखते हुए एक पूरी पीढ़ी जवान हो गई। तो एक पूरी पीढ़ी ने हॉकी से क्रिकेट की ओर देखना शुरू कर दिया।

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सचिन ने अपना पहला टेस्ट शतक इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में मैनचेस्टर में बनाया। दूसरी पारी में तब वह 119 रन बनाक नॉट आउट रहे। सचिन ने अपने 24 साल के टेस्ट करियर में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए।

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सचिन के टेस्ट डेब्यू और टेस्ट करियर के समापन का एक अजब संयोग ये भी है कि 15 नवंबर को ही सचिन आखिरी बार इंटरनेशनल क्रिकेट में आउट होकर पवेलियन लौटे।