.

सुनील जोशी बने टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता, हरविंदर सिंह को भी चयन समिति पैनल में मिली जगह

BCCI क्रिकेट सलाहकार समिति (CAC) ने टीम इंडिया की चयन समिति के पैनल के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील जोशी और हरविंदर सिंह के नामों की सिफारिश की थी.

News Nation Bureau
| Edited By :
04 Mar 2020, 06:30:08 PM (IST)

नई दिल्ली:

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील जोशी को टीम इंडिया का नया मुख्य चयनकर्ता चुना गया है. जोशी के अलावा हरविंदर सिंह को भी 5 सदस्यीय चयन समिति के पैनल में शामिल किया गया है. BCCI के चयन समिति पैनल में अब देवांग गांधी, सरनदीप सिंह और जतिन परांजपे के अलावा सुनील जोशी और हरविंदर सिंह के नाम भी जुड़ गए हैं. हालांकि देवांग गांधी, सरनदीप सिंह और जतिन परांजपे का कार्यकाल भी अगले साल खत्म हो जाएगा. बता दें कि इससे पहले BCCI क्रिकेट सलाहकार समिति ने टीम इंडिया की चयन समिति के पैनल के लिए पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील जोशी और हरविंदर सिंह के नामों की सिफारिश की थी. इतना ही नहीं CAC ने सुनील जोशी को टीम इंडिया की चयन समिति के अध्यक्ष की भूमिका के लिए भी सिफारिश की थी.

ये भी पढ़ें- बीसीसीआई ने भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम को किया सम्मानित

एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा की जगह लेंगे सुनील जोशी और हरविंदर सिंह

पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा का कार्यकाल खत्म होने के बाद से ही बीसीसीआई की चयन समिति में दो अधिकारियों की कमी थी. CAC ने बुधवार को इन दो रिक्तियों के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों राजेश चौहान, हरविंदर सिंह, वेंकटेश प्रसाद, शिवरामकृष्णन और सुनील जोशी को इंटरव्यू के लिए बुलाया था. पूर्व भारतीय खिलाड़ियों मदन लाल, सुलक्षणा नाईक और आरपी सिंह की मौजूदगी वाली सीएसी ने बुधवार को दक्षिण मुंबई में स्थित बीसीसीआई मुख्यालय में इंटरव्यू लिए थे.

ये भी पढ़ें- AUS vs NZ: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए न्यूजीलैंड में हुई ट्रेंट बोल्ट और लॉकी फर्ग्यूसन की वापसी

ऐसा रहा सुनील जोशी और हरविंदर सिंह का करियर

कर्नाटक के 49 साल के जोशी ने 1996 से 2001 के बीच 15 टेस्ट और 69 वनडे खेले हैं जिसमें उन्होंने क्रमश: 41 और 69 विकेट लिये हैं. 42 साल के हरविंदर ने तीन टेस्ट और 16 एकदिवसीय में भारत का प्रतिनिधित्व किया है जिसमें उन्हें क्रमश: चार और 24 विकेट मिले हैं. मदन लाल ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली सहित दूसरे अधिकारियों ने उम्मीदवारों के चयन के लिए उन्हें पूरी छूट दी थी. उन्होंने कहा, ‘‘ गांगुली ने इस बारे में एक शब्द भी नहीं कहा.’’