कामरान अकमल ने की भारतीय क्रिकेट की तारीफ, कही ये बड़ी बात
पाकिस्तानी क्रिकेटर लगातार भारत की तारीफ करते रहते हैं. अपने देश में क्रिकेट का ढांचा देखकर पाकिस्तान के क्रिकेटरों को पता चलता है कि भारत किस तरह से नए नए और अच्छे क्रिकेटर बना रहा है और पाकिस्तान पिछड़ रहा है.
नई दिल्ली :
पाकिस्तानी क्रिकेटर लगातार भारत की तारीफ करते रहते हैं. अपने देश में क्रिकेट का ढांचा देखकर पाकिस्तान के क्रिकेटरों को पता चलता है कि भारत किस तरह से नए नए और अच्छे क्रिकेटर बना रहा है और पाकिस्तान पिछड़ रहा है. अब कामरान अकमल ने भी इस को मान लिया है. पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट इस समय अपने सुनहरे दौर से गुजर रही है, क्योंकि उसने कभी भी टेस्ट क्रिकेट से समझौता नहीं किया है. उन्होंने साथ ही कहा कि भारतीय क्रिकट इसलिए इतना आगे बढ़ रहा है क्योंकि उसके पूर्व क्रिकेटर भी इसके विकास से जुड़े हुए हैं. कामरान अकमल ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि भारत ने कभी भी अपने टेस्ट क्रिकेट से समझौता नहीं किया. स्कूल के स्तर पर भी भारत के पास दो दिवसीय और तीन दिवसीय क्रिकेट है. आज उनके पास 50 खिलाड़ियों का पूल है क्योंकि भारतीय क्रिकेट ने टेस्ट क्र्रिकेट को काफी अहमियत दी है.
यह भी पढ़ें : अरविंद डीसिल्वा ने श्रीलंकाई खिलाड़ियों को दी नसीहत, बोले- पहले जीतना शुरू करें
कामरान अकमल ने कहा कि भारतीय क्रिकेट के तमाम दिग्गजों में एमएस धोनी को छोड़कर कोई भी सफेद गेंद से क्रिकेट खेलने के बाद संन्यास नहीं लिया है. अन्य सभी ने बतौर अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला है. इससे हमें उनके दृष्टिकोण का एक अच्छा विचार मिलता है. टीम कैसे बनाई जाए, भारतीय सेट-अप में खिलाड़ियों को कैसे लाया जाए. पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कामरान अकमल ने साथ ही कहा कि क्रिकेट में भारत की सफलता के पीछे काफी हद तक राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और अनिल कुंबले जैसे दिग्गज क्रिकेटरों का अहम योगदान रहा है.
यह भी पढ़ें : रविंद्र जडेजा बोले, रातों की नींद हराम थी, फिर साल 2018 ने सब कुछ बदल दिया
कामरान अकमल ने कहा कि टीम इंडिया के माइंडसेट के लिए फुल क्रेडिट. 90 के दशक के सभी भारतीय दिग्गजों को देखें राहुल द्रविड़ से लेकर अनिल कुंबले से लेकर वीवीएस लक्ष्मण तक ये सभी किसी न किसी तरह से भारतीय क्रिकेट से जुड़े हैं. इससे नई पीढ़ी को मदद मिल रही है. और यह सिर्फ आईपीएल के लिए नहीं है बल्कि वे घरेलू क्रिकेट पर भी नजर रखते हैं, चाहे वह वीरेंद्र सहवाग हो या युवराज सिंह. कामरान अकमल बोले कि भारत ने अपना ब्रांड का क्रिकेट नहीं बदला है, लेकिन उन्होंने अपने मौजूदा स्तर को ऊंचा किया है.