सौरव गांगुली पर अमित शाह का बड़ा बयान, बोले कोई डील नहीं हुई
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली अब बीसीसीआई के नए अध्यक्ष होंगे, यह अब तय हो गया है. उनसे मुकाबले के लिए कोई भी नामांकन नहीं हुआ है. सोमवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी.
नई दिल्ली:
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली अब बीसीसीआई के नए अध्यक्ष होंगे, यह अब तय हो गया है. उनसे मुकाबले के लिए कोई भी नामांकन नहीं हुआ है. सोमवार को नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख थी. दोपहर तीन बजे तक सिर्फ सौरव गांगुली ने ही नामांकन कराया था. हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा 23 अक्टूबर को होगी. इस बीच क्रिकेट खिलाड़यों से लेकर अन्य क्षेत्रों के भी बड़े लोग उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दे रहे हैं. पाकिस्तान से भी उन्हें बधाई संदेश आ रहे हैं. हालांकि उनका कार्यकाल करीब दस महीने का ही होगा.
यह भी पढ़ें ः India vs Pakistan : T-20 विश्व कप से पहले हो सकता है भारत पाकिस्तान का मुकाबला, यहां जानें आईसीसी का पूरा प्लान
इस बीच भाजपा के कद्दावर नेता और देश के गृह मंत्री अमित शाह का भी बड़ा बयान सामने आया है. एक चैनल पर किए गए सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष चुनने में उनकी कोई भी भूमिका नहीं है. उन्होंने इस बात से भी साफ इन्कार किया कि सौरव गांगुली और उनमें किसी प्रकार की डील हुई है. उन्होंने किसी प्रकार की डील या बैठक से भी इन्कार कर दिया. चैनल से बातचीत करते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष ने साफ किया कि बीसीसीआई अध्यक्ष कौन होगा, यह सब वह तय नहीं करते. बीसीसीआई की अपनी चुनाव प्रक्रिया है. उसी के आधार पर यह सब तय हुआ है.
यह भी पढ़ें ः शोएब अख्तर बोले, सौरव गांगुली मुझसे डरते नहीं थे, लेकिन फिर ये क्या कह दिया
जब अमित शाह से पूछा गया कि सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बदले पश्चिम बंगाल में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वे भाजपा का चेहरा होंगे. इस पर अमित शाह ने कहा कि यह सब बातें गलत हैं. भाजपा को पश्चिम बंगाल में किसी चेहरे की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 में भी भाजपा पश्चिम बंगाल में बिना किसी चेहरे के ही लड़ी थी, इसके बाद भी 18 सीटें जीतने में कामयाबी हासिल की. उन्होंने यह भी कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि चेहरों की जरूरत नहीं है, लेकिन हम किसी एक के बिना भी चुनाव जीतने की क्षमता रखते हैं.
यह भी पढ़ें ः सौरव गांगुली और रवि शास्त्री में अनबन जगजाहिर, कैसे रहेंगे संबंध
इससे पहले भी सौरव गांगुली के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी. वहीं अमित शाह और सौरव गांगुली की मुलाकात भी हुई थी. अमित शाह ने कहा कि सौरव गांगुली उनसे मिलने कभी भी आ सकते हैं. अमित शाह भी क्रिकेट से लंबे अर्से तक जुड़े रहे हैं. वहीं अमित शाह के बेटे जय शाह सौरव गांगुली के साथ बीसीसीआई के सचिव बनने जा रहे हैं.
यह भी पढ़ें बड़ा सवाल : सौरव गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद विराट कोहली का क्या होगा
वहीं पूर्व कप्तान और अब बीसीसीआई के अध्यक्ष बनने जा रहे सौरव गांगुली ने भी कहा है कि वह अमित शाह से पहली बार ही मिले, लेकिन इस दौरान बीसीसीआई में किसी पद के बारे में कोई बात नहीं हुई थी. सौरव गांगुली ने कहा था कि इस बारे में कोई सवाल नहीं किया गया कि क्या मुझे कोई पोस्ट मिलेगी या नहीं, न ही इस तरह की बात हुई कि यदि आप सहमत हुए तो आपको यह मिलेगा. किसी तरह के राजनीतिक घटनाक्रम पर बात नहीं हुई.