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चीन से तनातनी के बीच अमेरिका ने स्पेस वॉर में रचा इतिहास, अंतरिक्ष में Space X मिशन लांच

लगभग एक दशक बाद अमेरिका की धरती से एलन मस्क (Ellon Musk) की कंपनी का रॉकेट स्पेस एक्स (Space X) नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हो गया.

News Nation Bureau
| Edited By :
31 May 2020, 07:36:15 AM (IST)

highlights

  • अमेरिका ने स्पेस वॉर (Space War) में चीन को पीछे छोड़ दिया है.
  • स्पेस एक्स के रविवार शाम को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंच जाने की उम्मीद.
  • चीन का अंतरिक्ष में मानव मिशन नहीं रहा था अपेक्षाकृत सफल.

फ्लोरिडा:

कोरोना वायरस (Corona Virus) फैलाने समेत हांगकांग (Hongkong) और साउथ चाइना सी (South China Sea) पर जारी तीखी तनातनी के बीच अमेरिका ने स्पेस वॉर (Space War) में चीन (China) को पीछे छोड़ दिया है. लगभग एक दशक बाद अमेरिका की धरती से एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी का रॉकेट स्पेस एक्स (Space X) नासा के दो अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ओर रवाना हो गया. ड्रैगन कैप्सूल और फाल्कन 9 रॉकेट की यह उड़ान किसी निजी कंपनी द्वारा अंतरिक्ष में मानव को भेजने का पहला अभियान है. इसमें नासा (NASA) के अंतरिक्ष यात्री रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले सवार हुए. भारतीय समयानुसार शनिवार रात करीब 1 बजे रॉकेट ने कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन 19 घंटे की उड़ान की दूरी पर है. स्पेस एक्स के रविवार शाम को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुंच जाने की उम्मीद है. गौरतलब है कि खराब मौसम के चलते अंतरिक्ष के लिये इस उड़ान में तीन दिन की पहले ही देर हो चुकी है.

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रविवार शाम पहुंच जाएंगे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर
अमेरिकी समय के मुताबिक दोपहर 3 बजकर 22 मिनट पर रॉकेट को लांच किया गया. दोनों अंतरिक्ष यात्री सभी तैयारियों के साथ स्पेस एक्स रॉकेट में सवार हुए. काउंटडाउन खत्म होने के साथ ही यान अंतरिक्ष की ओर उड़ चला. इससे पहले बुधवार को खराब मौसम की वजह से लांचिंग को तय समय से 16 मिनट पहले टालना पड़ा था. इस मिशन को अमरीका के फ्लोरिडा में केनेडी स्पेस सेंटर से लांच किया गया. 21 जुलाई 2011 के बाद पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन अंतरिक्ष में भेजा गया है. दूसरी बार में ये मिशन कामयाब रहा. दोनों अंतरिक्ष यात्री रविवार को इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन पहुंचेंगे. यहां ये दोनों चार महीने तक स्‍पेस स्‍टेशन पर रहेंगे और बाद में धरती पर लौट आएंगे. इस ऐतिहासिक पल का गवाह अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी बने. राष्ट्रपति ट्रंप लांचिंग देखने के लिए केनेडी स्पेस सेंटर गए थे.

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"By 2024 our astronauts will return to the lunar surface to establish a permanent presence and a launching pad to Mars. And the first woman on the Moon will be an American woman." - @POTUS on humanity's return to the Moon with our #Artemis program. pic.twitter.com/VeoHFtkrHr

— NASA (@NASA) May 30, 2020

एक दशक बाद रचा इतिहास
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर जिम ब्राइडेनस्टीन ने ट्वीट कर बताया, '9 साल में पहली बार अब हमने अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिकी रॉकेट के जरिए अमेरिका की धरती से भेजा है. मुझे नासा और स्पेस एक्स टीम पर गर्व है, जिसने हमें इस क्षण को देखने का मौका दिया है. यह एक बहुत अलग तरह की अनुभव है, जब आप अपनी टीम को इस रॉकेट पर देखते हैं. ये हमारी टीम है. यह लांच अमेरिका है.' साल 2011 में स्पेस शटल प्रोग्राम खत्म होने के बाद पहली बार अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री अमेरिका की धरती से अंतरिक्ष में भेजे गए हैं. अभी तक रूस के सोयुज का सहारा लिया जाता था. किसी निजी कंपनी के रॉकेट से अंतरिक्ष में जाने का भी यह पहला मौका है.