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Ram Temple Ayodhya: अयोध्या राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़ी अच्छी और बुरी बातें

News Nation Bureau New Delhi 28 December 2023, 05:25:01 PM
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Ram Temple Ayodhya

राम मंदिर का निर्माण अयोध्या नगरी में हो चुका है. भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए शानदार तैयारियां की जा रही हैं. लेकिन राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद के कारण इस मंदिर को बनने में कई दशक लगे. ये सारा मामला दो धर्मों का बन गया. फिर इतिहास के पन्नों को खंखाला गया तो राम जन्मभूमि पर बाबरी मस्जिद के निर्माण की कहानी सामने आयी. लेकिन विवाद के बाद भी राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद से जुड़ी कुछ बातें अच्छी हुई तो कुछ बातें बुरी हुईं. आइए जानते हैं. 

Ram Temple Ayodhya

अच्छी बातें:

1. सांस्कृतिक धरोहर का समर्थन:

अयोध्या राम मंदिर का निर्माण समर्थन करने वाले लोग यह कहते हैं कि यह एक सांस्कृतिक धरोहर को बचाने का प्रयास है और भारतीय सांस्कृतिक समृद्धि में योगदान करेगा.

Ram Temple Ayodhya

2. सामंजस्यपूर्ण समाधान की आशा:

कुछ लोग उम्मीद करते हैं कि अब जब सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया है, तो इससे समाज में सामंजस्यपूर्णता आएगी और विवाद का समाधान होगा.

Ram Temple Ayodhya

3. सुप्रीम कोर्ट का सामरिक निर्णय:

सुप्रीम कोर्ट का निर्णय बाबरी मस्जिद के स्थान पर अलग स्थान देने का है, जिससे सुप्रीम कोर्ट ने विवाद का अंत करने की कोशिश की है.

Ram Temple Ayodhya

बुरी बातें:

1. धार्मिक भेदभाव:

विवाद ने धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा दिया है और लोगों को अपने धर्म के आधार पर अलग कर दिया है, जिससे सामाजिक एकता में कमी आई है.

Ram Temple Ayodhya

2. तनाव और हिंसा:

बाबरी मस्जिद के तोड़फोड़ के बाद, विवाद ने देश में तनाव और हिंसा को बढ़ावा दिया और लोगों को टूट-फूट के दौर में फंसा दिया.

Ram Temple Ayodhya

3. राजनीतिक इस्तेमाल:

इस विवाद को राजनीतिक इस्तेमाल का साधन बनाया गया है, जिससे विभिन्न राजनीतिक दलों ने अपने लाभ के लिए इसका उपयोग किया है.

Ram Temple Ayodhya

4. समाज में विभाजन:

विवाद ने समाज में विभाजन बढ़ाया है और लोगों को एक दूसरे से दूर कर दिया है, जिससे सामाजिक और सांस्कृतिक एकता में कमी आई है.

Ram Temple Ayodhya

यह विवाद एक संघर्षपूर्ण और विवादित मुद्दा है, जिसने भारतीय समाज को बहुतेतर आधारों पर प्रभावित किया है. इसमें सुलझाव की दिशा में कदम बढ़ाना आवश्यक है ताकि सभी समुदायों के बीच सामंजस्य और सहमति का माहौल बना रहे.

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