वानखेड़े स्टेडियम : क्रिकेट की पिच पर महाराष्ट्र का सियासी महासंग्राम, भाजपा फेंकेगी बाउंसर
मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede stadium), यह स्टेडियम वैसे तो क्रिकेट मैच के रोमांचक मुकाबले के लिए जाना जाता है, यहां खूब चौके और छक्के पड़ते हैं तो गेंदबाज बाउंसर भी मारते हैं. लेकिन आज यह मैदान अलग ही खेल का गवाह बनने जा रहा है.
New Delhi:
Maharashtra BJP Floor Test : मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede stadium), यह स्टेडियम वैसे तो क्रिकेट मैच के रोमांचक मुकाबले के लिए जाना जाता है, यहां खूब चौके और छक्के पड़ते हैं तो गेंदबाज बाउंसर भी मारते हैं. लेकिन आज यानी 26 नवंबर को यह मैदान अलग ही खेल का गवाह बनने जा रहा है. यह मुकाबला क्रिकेट का नहीं, बल्कि राजनीति का होगा. यहां भाजपा अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए नजर आने वाली है. इसका समय देर शाम नौ बजे का तय किया गया है. राजनीति का यह मुकाबला अपने आप में बहुत कुछ कहता है.
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महाराष्ट्र की राजनीति में कल यानी 27 नवंबर का दिन बड़ा होने वाला है, इससे पहले असली खेल आज यानी मंगलवार को होगा, जिसका गवाह मुंबई का वानखेड़े स्टेडियम होने जा रहा है. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को फैसला सुनाया कि महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा. इसके बाद से भाजपा में खलबली मची हुई है. बैठकों का दौर जारी है, इस बीच भाजपा ने तय किया है कि देर शाम नौ बजे बैठक बुलाई जाए. बताया जा रहा है कि यह बैठक स्टेडियम के गरवारे क्लब में होगी. यहां से बहुत कुछ तय हो जाएगा. इस बैठक में 105 विधायक तो शामिल रहेंगे ही, साथ ही कुछ पूर्व विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शामिल रह सकते हैं.
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मजे की बात यह भी है कि यह वही स्टेडियम है, जहां विश्व कप 2011 का फाइनल मैच खेला गया था, जहां भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार विश्व कप की ट्रॉफी पर कब्जा किया था. इस मैच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपने अंदाज में जोरदार छक्का मारकर भाजपा को विजयश्री दिलाई थी. अब भाजपा इस राजनीति के इस मैच में किस तरह की पारी खेलती है, यह देखना काफी दिलचस्प होगा. भाजपा की कोशिश होगी कि किसी तरह से इस राजनीति के इस मैच में जीत हासिल की जाए. इसके सारी रणनीति यहीं बनती हुई दिखाई देगी. साल 2011 में भारत के विपक्ष में श्रीलंका की टीम थी, वहीं इस मैच में भाजपा का मुकाबला शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के धुरंधरों से होगी. अब भाजपा महेंद्र सिंह धोनी की तरह छक्का मारती है या फिर गौतम गंभीर की तरह इस मैच में 97 के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन चले जाते हैं. होगा जो कुछ भी वह देखना काफी दिलचस्प होने वाला है.
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हालांकि इस बीच खबर यह भी है कि शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस विधायकों के शक्ति प्रदर्शन और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अजित पवार के तेवर ढीले पड़ गए हैं. रात में उनकी शरद पवार और सुप्रिया सुले से बातचीत की खबर आई थी तो सुबह प्रफुल्ल पटेल और छगन भुजबल उनसे मिलने गए थे. बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा, इस्तीफा देने को लेकर अजित पवार जल्द कोई फैसला कर सकते हैं. हालांकि एक पत्रकार ने बाद में अजित पवार से इस्तीफे के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, इस बारे में बात न करें. ऐसे में यह भी हो सकता है कि वानखेड़े स्टेडियम की बैठक के बाद मुख्यमंत्री खुद ही इस्तीफा सौंप दें. हालांकि जो कुछ भी होगा, वह हम आपके लिए हर खबर लाते रहेंगे.