.

JNU हिंसा का सच आया सामने, प्रकाश जावड़ेकर ने कहा - लेफ्ट संगठनों ने की पूर्व-नियोजित हिंसा

इस पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेएनयू हमला लेफ्ट संगठन द्वारा पूर्व प्रायोजित था, जिसका खुलासा आज दिल्ली पुलिस ने कर दिया है.

News Nation Bureau
| Edited By :
10 Jan 2020, 06:32:05 PM (IST)

नई दिल्ली:

जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU)में 5 जनवरी को हुए हमला मामले में दिल्ली पुलिस ने 9 हमलवारों की पहचान कर ली है. इस पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जेएनयू हमला लेफ्ट संगठन द्वारा पूर्व प्रायोजित था, जिसका खुलासा आज दिल्ली पुलिस ने कर दिया है.

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar)ने कहा, 'आज पुलिस के प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ हो गया कि पिछले 5 दिनों से जो हंगामा हो रहा था वो एबीवीपी, बीजेपी को बदनाम करने के लिए किया जा रहा था. जो भी हंगामा किया जा रहा था वो सिर्फ एबीवीपी और बीजेपी को बदनाम करने के लिए किया जा रहा था जो सच नहीं है. यह लेफ्ट संगठन का पूर्व नियोजित हिंसा था. उन्होंने सीसीटीवी और सर्वर को बर्बाद किया.'

प्रकाश जावड़ेकर ने आगे कहा, 'ये साफ हो गया कि किसने सर्वर रूम तोड़ा और किसने मारपीट की. डी राजा और सीताराम येचुरी को देश से माफी मांगनी चाहिए. सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि जो लोग तोड़फोड़ करेंगे उनसे भरपाई की जाएगी. देशभर के छात्रों से अपील है कि वो पढ़ाई करें.'

इसे भी पढ़ें:गुलाम नबी आजाद ने J&k में इंटरनेट पाबंदी पर SC के आदेश को सराहा, कही ये बड़ी बात

बता दें कि जेएनयू हमले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने 9 हमलावरों की पहचान कर ली है. इसमें जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष आईशी घोष समेत 9 लोगों के नाम शामिल है. जिन लोगों की पहचान की गई उनमें चुनचुन कुमार, पंकज मिश्रा, आयेशी घोष (जेएनयूएसयू अध्यक्ष), वास्कर विजय, सुचेता तालुकराज, प्रिया रंजन, डोलन सावंत, योगेंद्र भारद्वाज, विकास पटेल शामिल हैं.

इसे भी पढ़ें:JNU हिंसा का क्रमवार घटनाक्रम, टीचर फेडरेशन ने की शैक्षणिक माहौल वापस लाने की अपील

दिल्ली पुलिस ने कहा कि 3 जनवरी को विरोध शुरू हुआ था. लेफ्ट के छात्रों ने 3 जनवरी को सर्वर से छेड़छाड़ की थी, जिससे वह बंद हो गया. 4 जनवरी को सर्वर को नुकसान पहुंचाया गया था. 5 जनवरी को सुबह 11.30 बजे से रजिस्ट्रेशन के समर्थकों से मारपीट शुरू हुई थी. फिर शाम 3.45 बजे परियार हॉस्टल और साबरमती हॉस्टल में लेफ्ट के छात्रों ने छात्रों पर अटैक किया. उन्होंने चुन-चुनकर छात्रों को मारापीटा.