.

दिल्‍ली हिंसा के लिए कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह का इस्‍तीफा मांगा

दिल्‍ली में हिंसा की चिंताजनक हालात को देखते हुए आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई. बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने कहा- यह सोची-समझी साजिश का नतीजा है.

News Nation Bureau
| Edited By :
26 Feb 2020, 01:48:14 PM (IST)

नई दिल्‍ली:

दिल्‍ली में हिंसा (Delhi Violence) की चिंताजनक हालात को देखते हुए आज कांग्रेस कार्यसमिति (Congress Working Committee) की बैठक हुई. बैठक के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा, 'यह सोची-समझी साजिश का नतीजा है. दिल्‍ली चुनावों में भी इस तरह का दौर दिखा था. बीजेपी नेताओं के भड़काऊ बयान के चलते इस तरह की हिंसा भड़की है. दिल्‍ली बीजेपी के एक नेता के उस बयान पर दिल्‍ली में हिंसा भड़की, जिसमें उसने 3 दिन का अल्‍टीमेटम देने की बात कही थी. केंद्र सरकार की ओर से कार्रवाई न किए जाने से 20 लोगों की मौत हो गई. दिल्‍ली पुलिस के एक हेड कांस्‍टेबल की जान चली गई और एक पत्रकार गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है.'

यह भी पढ़ें : गृह मंत्रालय ने नॉर्थ ईस्‍ट दिल्‍ली में सेना तैनाती की मांग को खारिज किया, सीएम अरविंद केजरीवाल ने लिखा था पत्र

'रविवार से कहां थे अमित शाह और अरविंद केजरीवाल'

सोनिया गांधी ने कहा, कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) उन परिवारों के साथ गहरी संवेदना व्‍यक्‍त करती है, जिसमें लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है और घायलों के जल्‍द स्‍वस्‍थ होने की कामना करती है. कांग्रेस का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसकी जिम्‍मेदारी लेनी चाहिए और गृह मंत्री अमित शाह को इस्‍तीफा दे देना चाहिए. सोनिया गांधी ने दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री पर भी सवाल उठाते हुए कहा, दिल्‍ली सरकार लोगों में सद्भाव कायम करने में असफल रही है. आखिर रविवार से दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहां थे, गृह मंत्री अमित शाह कहां थे. सोनिया गांधी ने कहा कि सरकार ने कुछ नहीं किया और 20 लोगों की जान चली गई.

सोनिया ने कहा, हिंसा के लिए केंद्र सरकार जिम्‍मेदार

सोनिया बोलीं, कांग्रेस कार्यसमिति का मानना है कि दिल्‍ली हिंसा के लिए केंद्र सरकार इस पूरी हिंसा के लिए जिम्‍मेदार है. दिल्‍ली सरकार भी शांति और सद्भाव बनाए रखने में पूरी तरह असफल रही है. दोनों सरकारों की लापरवाही से देश की राजधानी इस त्रासदी का शिकार हुई. 

यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट में अब होली के बाद 23 मार्च को होगी शाहीन बाग मसले पर सुनवाई

'जान-बूझकर नहीं की गई फोर्स की तैनाती'

सोनिया गांधी ने सवाल उठाते हुए कहा, आखिर हिंसा प्रभावित इलाकों में कितनी फोर्स तैनात की गई. 72 घंटे तक जान-बूझकर कार्रवाई नहीं की गई. वक्‍त रहते पैरा मिलिट्री फोर्स की तैनाती क्‍यों नहीं की गई. उत्‍तर पूर्वी दिल्‍ली में चारों तरफ हिंसा फैली है. गृह मंत्री अमित को अपना इस्‍तीफा सौंप देना चाहिए. आखिरकार अमित शाह पिछले रविवार से वे कहां थे. दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल कहां थे.