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महाराष्ट्र में NCP के साथ मिलकर शिवसेना बना सकती है सरकार! संजय राउत ने दिया कुछ ऐसा इशारा

संजय राउत ने इसके साथ ही एनसीपी में जाने को लेकर अपने पत्ते भी खोले. संजय राउत से जब सवाल पूछा गया कि क्या वो एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में विकल्प खुले रहते हैं.

28 Oct 2019, 06:58:13 PM (IST)

highlights

  • महाराष्ट्र में सीएम पद की कमान को लेकर बीजेपी-शिवसेना में खींचतान जारी
  • संजय राउत ने एनसीपी के साथ गठबंधन को लेकर कहा, राजनीति में सभी विकल्प खुले रहते हैं
  • संजय राउत ने बीजेपी को याद दिलाया गठबंधन धर्म, 50-50 का फार्मूला लागू होना चाहिए

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने के लिए सियासत जारी है. बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है. इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत (sanjay raut)ने बीजेपी को गठबंधन धर्म को याद रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले को लेकर किए गए वादे को निभाना चाहिए. संजय राउत (sanjay raut)ने कहा कि बीजेपी को कैबिनेट में बराबर की हिस्सेदारी शिवसेना को देनी चाहिए.

संजय राउत (sanjay raut)ने इसके साथ ही एनसीपी में जाने को लेकर अपने पत्ते भी खोले. संजय राउत (sanjay raut)से जब सवाल पूछा गया कि क्या वो एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में विकल्प खुले रहते हैं. संजय राउत (sanjay raut)ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए कहा कि दो राज्यों में चुनाव थे, हरियाणा में बीजेपी (BJP) ने बिना बहुमत के ही सरकार बना ली. इसके लिए उन्होंने अपने विरोधी से हाथ मिलाया.

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संजय राउत (sanjay raut)ने कहा आगे कहा कि एनसीपी के साथ जाने को लेकर अभी हमने विचार नहीं किया है. ये बहुत जल्दबाजी होगी. लेकिन सियासत में सारे विकल्प खुले होते हैं. उन्होंने कहा कि गठबंधन का धर्म निभाना है. हम सत्ता के लालची नहीं है. लोकसभा चुनाव से पहले 50-50 का फार्मूला तय था, यानी कैबिनेट में बराबर की हिस्सेदारी. ऐसे में सीएम पद में ढाई साल की हिस्सेदारी क्यों नहीं मिलना चाहिए.

उन्होंने कहा कि हम सभी राम में विश्वास रखते हैं तो राम की तरह प्राण जाए पर वचन ना जाए की नीति अपनानी चाहिए.

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इधर बीजेपी ने कहा कि उसे 15 निर्दलीय का समर्थन मिला है और कुछ छोटे दलों के विधायक संपर्क में हैं. इस प्रकार वह 2014 की तरह ही संख्याबल के आधार पर मजबूत स्थिति में है.

भाजपा की महाराष्ट्र इकाई की प्रवक्ता श्वेता शालिनी ने सोमवार को कहा कि बीजेपी के साथ 15 निर्दलीय विधायक खड़े हैं. ये निर्दलीय भाजपा के ही नेता रहे हैं, जो गठबंधन आदि वजहों से टिकट न मिलने के कारण निर्दल लड़कर जीते हैं. 2014 की तरह ही पार्टी के पास अब भी 122 विधायकों का समर्थन है.मुख्यमंत्री भाजपा का था, है और आगे भी रहेगा.