दिल्ली में RSS की बैठक, बोले- राम मंदिर पर पक्ष में फैसला आने पर सड़क पर नहीं मनाएंगे जश्न
बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, भैय्याजी जोशी समेत आरएसएस के नेता मौजूद हैं
नई दिल्ली:
RSS नेताओं की दिल्ली में दो दिवसीय बैठक जारी है. बैठक का आज पहला दिन है. बैठक में आरएसएस (RSS) प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat), भैय्याजी जोशी (Bhaiyyaji Joshi) समेत आरएसएस (RSS) के नेता मौजूद हैं. बीजेपी कार्यकारी अध्यक्ष (BJP working President) जेपी नड्डा (JP Nadda ) भी बैठक में मौजूद हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष (party president) और गृह मंत्री (Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) और संगठन के संयुक्त महासचिव बी.एल संतोष (BL Santosh) की भी बैठक में शामिल होने की संभावना है.
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राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ राम मंदिर के मामले को लेकर बैठक कर रहे हैं. अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार ने ट्वीट करते हुए हुए कहा कि हरिद्वार में प्रचारक वर्ग के साथ दो दिन की बैठक पहले से निश्चित थी. प्रचारक वर्ग के आवश्यक कारणों से बैठक स्थगित कर दी गई है. इसके आगे उन्होंने कहा कि बैठक हरिद्वार के स्थान पर अब दिल्ली में हो रही है.
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30 अक्तुबर से 5 नवंबर तक हरिद्वार में प्रचारक वर्ग के साथ दो दिन की बैठक पहले से निश्चित थी। प्रचारक वर्ग आवश्यक कारणों से स्थगित किया गया है। परंतु बैठक हरिद्वार के स्थान पर अब दिल्ली में हो रही है।
- अरुण कुमार, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख
उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के वाद पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने की संभावना है. निर्णय जो भी आए उसे सभी को खुले मन से स्वीकार करना चाहिए. निर्णय के पश्चात देश भर में वातावरण सौहार्द्रापूर्ण रहे. यह सबका दायित्व है. इस विषय पर भी बैठक में विचार हो रहा है.
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आगामी दिनों में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के वाद पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने की संभावना है।निर्णय जो भी आए उसे सभी ने खुले मन से स्वीकार करना चाहिए।निर्णय के पश्चात देश भर में वातावरण सौहार्दपूर्ण रहे,यह सबका दायित्व है।इस विषय पर भी बैठक में विचार हो रहा है।
— RSS (@RSSorg) October 30, 2019
राम मंदिर पर पक्ष में फैसला आने की स्थिति में सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की आशंका है. इसके मद्देनजर संघ ने रणनीति बनाई है. उन्होंने कहा कि फैसला आने के बाद सड़क पर उतर कर जश्न नहीं मनाएंगे. मंदिरों और घरों में पाठ करेंगे. जब अयोध्या की जमीन कानूनी रूप से मिल जाएगा तब देश भर में जश्न मनाया जाएगा.
वहीं इससे पहले आरएससस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि हम अदालत के फैसले की प्रतीक्षा कर रहे हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं कि अदालत का फैसला हिंदुओं के पक्ष में आएगा. इस अवसर पर जोशी ने कहा कि आरएसएस अदालत के फैसले के बाद उत्पन्न स्थिति के आधार पर ही अगली कार्रवाई करेगा. उन्होंने कहा, 'मध्यस्थता के जरिए समस्या के समाधान की कोशिश हुई थी. हम भी चाहते थे कि मध्यस्थता के जरिए कोई हल निकले. हालांकि तय समय सीमा में कोई भी उचित हल नहीं निकल पाया. जोशी ने इस अवसर पर राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का भी मुद्दा उठाया.