Parliament Winter Session: पीएम मोदी ने कहा वाद हो, विवाद हो लेकिन सार्थक संवाद हो
जरूरी हो जाता है कि सभी मसलों पर सार्थक बहस हो. वाद हो, विवाद हो, लेकिन संवाद हो. संसद में होने वाली बहस को सार्थक और उपयोगी बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना होगा.
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संसद के शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया आह्वान.सरकार सभी मुद्दों पर साथर्क चर्चा को तैयार. सभी सांसद दें अपना योगदान.राज्यसभा का 250वां सत्र होने से साल का आखिरी सत्र बना महत्वपूर्ण.
New Delhi:
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसदों से आह्वान किया कि सदन में पारित होने वाले बिल के लिए सिर्फ ट्रेजरी बेंच को ही श्रेय नहीं जाना चाहिए. प्रत्येक विधायी काम के लिए श्रेय के हकदार सभी सांसद होते हैं. मानसून सत्र इस लिहाज से अभूतपूर्व रहा है, जिसके लिए समस्त सदन बधाई की हकदार है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 का यह आखिरी सत्र है, जिसे अभूतपूर्व बनाने के लिए सभी को एक साथ आना होगा. यह सत्र काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह राज्यसभा का भी 250वां सत्र है. सरकार इसके महत्व को समझते हुए सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है.
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संविधान को लागू हुए बीते 70 साल
संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मीडियो को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि 26 तारीख को संविधान दिवस है. आजाद भारत में संविधान को लागू हुए 70 साल हो रहे हैं. संविधान देश के लिए एक चालक ऊर्जा शक्ति है. इस सदन के माध्यम से देश के लोगों के लिए ये जागरूकता का समय भी है. सत्र सुचारू रूप से चले इसके लिए पिछले दिनों सभी दलों के नेताओं से मुलाकात की है. पिछला सत्र लाजवाब रहा है उम्मीद है की यह सत्र भी सुचारू से चलेगा और महत्वपूर्ण विधायी कार्यों के लिहाज से अभूतपूर्व रहेगा.
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सरकार सभी मसलों पर सार्थक चर्चा को तैयार
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने वाले महत्वपूर्ण बिलों पर सरकार के चर्चा के तैयार होने की बात भी दोहराई. उन्होंने कहा कि हम सभी मसलों पर खुलकर चर्चा चाहते हैं और इसके लिए तैयार भी हैं. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि सभी मसलों पर सार्थक बहस हो. वाद हो, विवाद हो, लेकिन संवाद हो. संसद में होने वाली बहस को सार्थक और उपयोगी बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना होगा.