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ट्रिपल तलाक, जज विवाद और सांप्रदायिक दंगों पर मोदी सरकार को घेरेगा विपक्ष, बनाई रणनीति

बजट सत्र में बीजेपी को घेरने की रणनीति बनाने के लिये विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की।

News Nation Bureau
| Edited By :
01 Feb 2018, 09:14:14 PM (IST)

नई दिल्ली:

बजट सत्र में बीजेपी को घेरने की रणनीति बनाने के लिये विपक्षी दलों की बैठक हुई। इस बैठक की अध्यक्षता यूपीए की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने की। इस बैठक में ट्रिपल तलाक, जज विवाद और सांप्रदायिक दंगों पर मोदी सरकार को घेरेने पर चर्चा की गई।

संसद की लाइब्रेरी में हुई इस बैठक को 17 विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश मानी जा रहा है। ये दल राष्ट्रपति चुनाव और उप राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी बीजेपी के खिलाफ साथ आए थे।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के दूसरे वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, गुलाम नबीं आजाद और मल्लिकार्जुन खड़गे ने शिरकत की। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, आरजेडी से जय प्रकाश नारायण यादव, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन सीपीआई से डी राजा और समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव इस बैठक में शामिल थे।

बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा, 'सोनिया गांधी ने बैठक में संप्रदायों और जातियों के बीच हो रही हिंसा पर चिंता जताई। साथ ही उन्होंने कहा कि हमें विचारधारा को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। '

आज़ाद ने बताया, 'इसके अलावा संस्थाओं को जिस तरह विवाद का विषय बनाया जा रहा है उस पर भी चिंता जाहिर की गई। बैठक में देश की आर्थिक स्थिति और रोजगार को लेकर भी चर्चा की गई। इस पर सरकार के रवैये को लेकर नाराज़गी जाहिर की गई।'

उन्होंने बताया, 'इसके अलावा बढ़ती राज़मर्रा के चीजों और तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर भी चिंता जाहिर की गई।'

उन्होंने कहा कि इन सभी मुद्दों पर विपक्षी दलों ने चर्चा की और सदन में उठाने की सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि सभी दलों को संसद के अंदर और बाहर एकजुटता दिखानी होगी।

कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद सोनिया गांधी ने पहली बार यूपीए की बैठक की अध्यक्षता की है। वो अब भी कांग्रेस संसदीय दल और यूपीए की अध्यक्ष बनी हुई हैं।

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संसद में महत्वपूर्ण मुद्दे ट्रिपल तलाक बिल, सुप्रीम कोर्ट में जजों के विवाद और हाल ही में उत्तर प्रदेश में हुए सांप्रदायिक दंगों को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बना रहा है। इन सब पर इस बैठक में चर्चा की गई।

कुछ दिन पहले ही शरद पवार ने विपक्षी दलों को चाय पर बुलाया था। इसमें कम लोग ही पहुंच पाए थे जिसके बाद ये फैसला लिया गया कि एक बैठक और होनी चाहिये।

पवार ने हाल ही में संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद राहुल गांधी और सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी।

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