.

मोदी सरकार को कृषि कानूनों को लाने से पहले किसानों से बात करनी चाहिए थी, बोले रामदेव

किसान आंदोलन को लेकर बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने कहा कि सरकार को कृषि बिलों को लागू करने से पहले जागरूक अभियान चलाना चाहिए था, ताकि किसान इसे ठीक से समझ पाते.

News Nation Bureau
| Edited By :
01 Dec 2020, 05:51:31 PM (IST)

नई दिल्ली :

कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जोरों पर है. पिछले छह दिन से वो इस वापस लेने की मांग पर डटे हुए हैं. किसान आंदोलन को लेकर बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने कहा कि सरकार को कृषि बिलों को लागू करने से पहले जागरूक अभियान चलाना चाहिए था, ताकि किसान इसे ठीक से समझ पाते. 

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार को बिलों को लाने से पहले किसान यूनियनों से बात करनी चाहिए थी. प्रधानमंत्री की मंशा कृषि  बिलों को लेकर साफ है. लेकिन पहले जागरुकता अभियान चलानी चाहिए थी.

उन्होंने कहा कि किसानों में राजनीतिक भ्रांतियां फैलाई जा रही है. एमएसपी कही खत्म नहीं हो रही है. मंडियां भी नहीं खत्म होगी. जहां एमएसपी नहीं था वहां भी लागू किया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें:किसानों के मुद्दों पर विचार-विमर्श के बाद सरकार समाधान निकालेगी: तोमर

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक तौर पर आंदोलन को हवा मिल रही है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं किसानों से अपील करता हूं कि वो सरकारी संपत्ति को नुकसान ना पहुंचाए.रामदेव ने कहा कि किसान आंदोलन के समय खालिस्तान के नारे लगे जो कि बिल्कुल गलत है.

और पढ़ें:किसानों के आंदोलन में शामिल हुई बिल्किस दादी, कही ये बड़ी बात, पुलिस ने लिया हिरासत में

स्वामी रामदेव ने कहा कि हमने आयुर्वेद से कई लोगों की जान बचाई है. कई लोग कोरोना से बीमार हुए और ठीक भी हो गए. अब टेस्ट होने पर पता चल रहा है ये सब योग के कारण हो रहा है. योग को शिक्षा के माध्यम और खेल के माध्यम से हरियाण में आगे बढ़ाया जाएगा.