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काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र-3 परिचालन के लिए तैयार, मोदी ने दी वैज्ञानिकों को बधाई

काकरापार परमाणु ऊर्जा रिएक्टर की तीसरी इकाई सामान्य परिचालन की स्थिति में पहुंच गई है. काकरोपोर एटोमिक पावर स्टेशन (KAPS) गुजरात के शहर सूरत में शहर से 80 किलोमीटर दूर ताप्ती नदी के किनारे स्थित है.

News Nation Bureau
| Edited By :
22 Jul 2020, 01:36:45 PM (IST)

नई दिल्ली:

काकरापार परमाणु ऊर्जा रिएक्टर की तीसरी इकाई सामान्य परिचालन की स्थिति में पहुंच गई है. काकरोपोर एटोमिक पावर स्टेशन (KAPS) गुजरात के शहर सूरत में शहर से 80 किलोमीटर दूर ताप्ती नदी के किनारे स्थित है. इसमें आज परमाणु ऊर्जा स्टेशन (KAPP) के तीसरी इकाई को शामिल किया गया है. इस KAPP की तीसरी इकाई 700 मेगावाट क्षमता वाली है. यह प्लांट पूरी तरह से भारत द्वारा निर्मित है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस रिएक्टर के सामान्य परिचालन स्थिति में आने के लिए परमाणु वैज्ञानिकों को बधाई.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र-3 के सामान्य परिचालन स्थिति में आने के लिए हमारे परमाणु वैज्ञानिकों को बधाई! स्वदेश में ही डिजाइन किया गया 700 एमडब्‍ल्‍यूई का केएपीपी-3 परमाणु संयंत्र ‘मेक इन इंडिया’ का एक गौरवपूर्ण उदाहरण है. यह इस तरह की अनगिनत भावी उपलब्धियों में निश्चित तौर पर अग्रणी है.'

वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'नाभिकीय एतिहास में भारत के लिए आज का बड़ा दिन है, जो गुजरात में स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए 700 मेगावाट काकरापार परमाणु ऊर्जा संयंत्र-3 ने महत्वपूर्ण मुकाम हासिल किया. देश इस बड़ी उपलब्धि के लिए हमारे वैज्ञानिकों को सलाम करता है. पीएम नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' विजन को साकार करने के लिए नया भारत आगे बढ़ रहा है.'

Big Day in India’s Nuclear history as indigenously designed 700 MWe Kakrapar Atomic Power Plant-3 in Gujarat achieved criticality.

Nation salutes our scientists on this stellar achievement. New India is marching ahead to realise PM @NarendraModi’s vision of #AatmaNirbharBharat.

— Amit Shah (@AmitShah) July 22, 2020

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बता दें कि इस इकाई का विकास और ऑपरेशन न्यूक्लियर पावर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCIL) ने किया है. इसमें 220 मेगावाट के दो और स्टेशन KAPS-1 और KAPS-2 भी बने हैं. काकरोपोर एटोमिक पावर स्टेशन में पहले प्लांट की शुरुआत 1993 और दूसरे की शुरुआत 1995 में हुई थी. परमाणु ऊर्जा संयंत्र-3 की शुरुआत के बाद अब KAPP-4 के भी जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है.