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Cyclone Gulab: आज शाम समुद्र तट से टकराएगा तूफान गुलाब, IMD ने जारी की Guidelines

मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के समय तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी. गुलाब चक्रवात के खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों को खाली कराया जा रहा है.

News Nation Bureau
| Edited By :
26 Sep 2021, 04:59:00 PM (IST)

highlights

  • दोनों राज्यों में NDRFकी टीमें तैनात कर दी गई हैं
  • ओडिशा के गोपालपुर से दक्षिण-पूर्व में 270 किलोमटीर दूर
  • आंध्र प्रदेश के कलिंगपटनम से इसकी दूरी पूर्व में 300 किलोमीटर थी

नई दिल्ली:

चक्रवात 'गुलाब' तेज गति से आगे बढ़ रहा है. ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम तटों के बीच अब कुछ ही घंटों के बाद चक्रवाती तूफान गुलाब (Cyclone Gulab) के गुजरने की आशंका है. मौसम विभाग ने दोनों राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात के समय तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी. गुलाब चक्रवात के खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों को खाली कराया जा रहा है. नागरिकों से यात्रा ने करने का अनुरोध किया गया है. दोनों राज्यों में NDRFकी टीमें तैनात कर दी गई हैं.

IMD की ओर से  जारी सूचना के मुताबिक तूफान फिलहाल पिछले 6 घंटे के दौरान 10 किलीमीटर की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. सुबह 5 बजकर 30 मिनट पर ये तूफान बंगाल की खाड़ी में ओडिशा के गोपालपुर से दक्षिण-पूर्व में 270 किलोमटीर दूर था, जबकि आंध्र प्रदेश के कलिंगपटनम से इसकी दूरी पूर्व में 300 किलोमीटर थी. तूफान के लैंडफॉल के दौरान हवा की रफ्तार 95 किलोमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है.

IMD ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए बताया है कि चक्रवात आने के दौरान क्या करें और क्या न करें. IMD ने लोगों को सलाह दी है क‍ि चक्रवात आने से पहले पूरे घर की अच्‍छे से जांच की जानी चाहिए. और घर में जहां कहीं भी ढीली टाइलें दिखें उसे सीमेंट की मदद से ठीक करना चाहिए. इसके साथ ही घर के पास लकड़ी के ढेर, ईंट, साइन बोर्ड और कचरे का डिब्‍बा पड़ा हो तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए. जर्जर भवनों को तत्काल गिरा दिया जाना चाहिए या फिर उस भवन से काफी दूर चले जाना चाहिए.

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चक्रवात आने से पहले ही केरोसिन, टॉर्च और पर्याप्त सूखी लकड़ी अपने पास रखनी चाहिए. इसके साथ ही लालटेन को ठीक कराकर रखना चाहिए. निचले समुद्र तटों या अन्य स्थानों से दूर चले जाना चाहिए. तूफान के दौरान उठने वाली लहरें इन इलाकों को सबसे ज्‍यादा प्रभावित करती हैं. ऐसी जगह जहां पर बाढ़ का पानी भर सकता है उसे तुरंत खाली कर देना चाहिए.  

इसके साथ ही चक्रवात के खतरे को देखते हुए अतिरिक्‍त खाने की व्‍यवस्‍था करके रखनी चाहिए. विशेष रूप से ऐसी चीजें जो बिना पकाए या बहुत जल्‍दी तैयार हो सकती हैं उसे अपने पास रखना चाहिए. खाने के साथ ही पीने का पानी भी पर्याप्‍त मात्रा में रखना चाहिए. इसके साथ ही IMD ने सलाह दी है कि चक्रवात आने पर अफवाहों से गुमराह होने से बचे.