पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा, जाखड़ ने करीब 2 लाख वोटों से दर्ज की जीत
पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस वापस लौट आई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिवंगत सांसद विनोद खन्ना की मृत्यु के बाद इस सीट पर उप-चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस को सफलता हाथ लगी है
नई दिल्ली:
पंजाब की गुरदासपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस वापस लौट आई है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दिवंगत सांसद विनोद खन्ना की मृत्यु के बाद इस सीट पर उप-चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस को सफलता हाथ लगी है।
कांग्रेसी उम्मीदवार सुनील जाखड़ ने 1 लाख 93 हज़ार 219 वोटों से बीजेपी उम्मीदवार स्वर्ण सिंह सलारिया को मात दी है। वहीं तीसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार सुरेश खजूरिया रहे।
यहां कांग्रेस के जाखड़ को जहां 4 लाख 99 हजार 752 वोट, बीजेपी के सवर्ण सलारिया को 3 लाख छह हजार 533 वोट, तो वहीं AAP उम्मीदवार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सुरेश खजूरिया को महज 23 हजार 579 वोट मिले। इस दौरान 7 हजार 587 लोगों ने नोटा का बटन दबाया।
विनोद खन्ना इस सीट से लगातार तीन बार सांसद रहे। विनोद खन्ना ने वर्ष 1998 में पहली बार लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की, जिसे उन्होनें 1999 और 2004 में फिर से दोहराया।
हालांकि विनोद खन्ना से पहले यह सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती रही है। 1980 से लेकर 1996 तक कांग्रेस के सुखबंस कौर ने लगातार 5 बार जीत दर्ज की।
2009 में प्रताप सिंह बाजवा ने गुरदासपुर सीट पर कांग्रेस की वापसी कराई लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के दौरान विनोद खन्ना ने इस सीट को वापस जीत लिया।
गौरतलब है कि 21 अप्रैल 2017 को कैंसर की वजह से अभिनेता सांसद विनोद खन्ना की मृत्यु हो गई थी जिसके बाद से गुरदासपुर लोक सभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर 11 अक्टूबर को उपचुनाव हुआ जिसमें केवल 25 प्रतिशत ही मतदान हुआ था।
उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, गोवा, मणिपुर और गोवा के साथ पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ी सफलता पंजाब में ही मिली थी।
गुरदासपुर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए चुनौती माना जा रहा था।
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