अमेरिका बोला- WHO में नहीं होगी वापसी, जरूरत पड़ी तो खुद बनाएंगे संगठन
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने साफ कर दिया है कि अब अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन में वापसी नहीं करेगा. अगर अमेरिका को जरूरत पड़ी तो वह खुद का संगठन बनाएगा.
नई दिल्ली:
कोरोना वायरस की महामारी के बाद दुनिया में चीन को अलग-थलग करने की तैयारी शुरू हो चुकी है. चीन ने पूरी दुनिया को इस महामारी को लेकर झूठ बोला. मौत के आंकड़े छुपाने के साथ ही सामान्य जानकारी को भी काफी देर से भेजा गया. इस महामारी का सबसे अधिक असर अमेरिका में हुआ है. यहां आठ लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. अब तक 50 हजार लोगों की जान भी जा चुकी है. अब इस दौरान अमेरिका ने बड़ा फैसला ले लिया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो का कहना है कि अमेरिका शायद फिर कभी विश्व स्वास्थ्य संगठन को अपनी फंडिंग चालू नहीं करेगा, अगर जरूरत पड़ी तो वह स्वास्थ्य को लेकर खुद अपना वैश्विक संगठन बना लेंगे.
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अमेरिका ने रोक दी फंडिंग
अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए उसकी फंडिंग रोक दी थी. इसके बाद अब अमेरिका और आक्रामक हो गया है. अमेरिका ने साथ कह दिया है कि अब वह विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ नहीं जाएगा. अगर जरूरत भी पड़ी तो अमेरिका खुद का संगठन बना लेगा. एक इंटरव्यू में माइक पोम्पियो ने कहा कि वक्त संगठन में बदलाव का नहीं बल्कि संगठन ही बदलने का है. अमेरिका अब इस संगठन में कभी वापसी नहीं करेगा.
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सबसे ज्यादा अमेरिका देता था फंड
इस संगठन में सबसे ज्यादा फंड अमेरिका ही देता था. अमेरिका की इसमें फंडिंग करीब 15 फीसद थी. इसे डोनाल्ड ट्रंप ने रोक दिया है. अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन की मिली भगत का आरोप लगाया है. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और ईरान भी अपने व्यापारिक सौदे चीन से रद्द कर चुके हैं.