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केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला, दिल्ली में प्लाज्मा थैरेपी से होगा कोरोना मरीजों का इलाज

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा फैसला लेते हुए कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज प्लाज्मा थैरेपी से कराने का फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में चार मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी से इलाज के बेहतर नतीजे सामने आए हैं.

Updated on: 24 Apr 2020, 12:24 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ा फैसला लेते हुए कोरोना वायरस संक्रमितों का इलाज प्लाज्मा थैरेपी से कराने का फैसला लिया है. उन्होंने बताया कि दिल्ली में चार मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी से इलाज के बेहतर नतीजे सामने आए हैं. प्रेस कांफ्रेंस में दिल्ली सरकार के डॉक्टर सरीन ने कहा कि किसी भी कोरोना से संक्रमित मरीज के पूरी तरह ठीक होने के 28 दिन बाद ही उसके शरीर से प्लाज्मा लिया जाता है.

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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती दो मरीजों को मंगलवार को प्लाज्मा दिया गया. इनमें से एक मरीज आईसीयू से बाहर आ गया है. जल्द इसे छुट्टी दे दी जाएगी. उन्होंने कहा कि यह थैरेपी एक उम्मीद की किरण के तौर पर सामने आई है. प्रारंभिक नतीजे काफी सकारात्मक नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने केंद्र सरकार से प्लाज्मा थैरेपी से इलाज की इजाजत मांगी. केंद्र ने एलएनजेपी में भर्ती गंभीर मरीजों को ही इसके इलाज की इजाजत दी. पूरी दिल्ली में कोरोना के मरीजों का इलाज इस थैरेपी से करने के लिए अगले दो तीन दिन ट्रायल किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इसके बाद ही केंद्र से उन्हें पूरी दिल्ली के लिए मंजूरी मिलेगी.

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अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों को दूसरोंं की मदद के लिए अब आगे आना होगा. उनका थोड़ा का प्लाज्मा किसी की जान बचा सकता है. उन्होंने कहा कि प्लाज्मा देने से शरीर या खून में किसी भी तरह की कमी नहीं आती है. खून से उसी तरह प्लाज्मा लिया जाता है जैसे डेंगू के मरीज का इलाज करने के लिए डोनर के खून से प्लेटलेट्स लिए जाते हैं. खून से प्लाज्मा लेने के बाद बाकी खून के उसके शरीर में वापस भेज दिया जाता है.