अलवर मॉब लिंचिंग: गुलाब चंद कटारिया ने कहा- पुलिस हिरासत में हुई रकबर की मौत
राजस्थान के अलवर जिले में 28 वर्षीय रकबर की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या की घटना पर राज्य के ग्रह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बड़ा बयान दिया है।
नई दिल्ली:
राजस्थान के अलवर जिले में 28 वर्षीय रकबर की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या की घटना पर राज्य के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने बड़ा बयान दिया है।
गृहमंत्री ने कहा कि रकबर की मौत शायद पुलिस हिरासत में हुई थी। पत्रकारों से बातचीत के दौरान गुलाब चंद कटारिया ने कहा, साक्ष्यों से पता चलता है कि रकबर की मौत शायद पुलिस हिरासत में हुई। सरकार इसकी न्यायिक जांच कराएगी।
इसके साथ उन्होंने कहा, 'गायों को गौशाला भेजने का काम पुलिस का नहीं था। पहले घायल शख्स को अस्पताल ले जाना चाहिए था। उन्होंने गाय को गौशाला भेजने में समय बर्बाद कर दिया। रकबर को बचाया जा सकता था।
राज्य के गृहमंत्री ने रकबर के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा, 'जब भी जरूरत महसूस हो रकबर के परिजन मुझसे मिल सकते है।'
गुलाबचंद कटारिया ने अलवर लिंचिंग मामले में सख्त कार्रवाई का वादा किया है। गृहमंत्री कटारिया ने अलवर के रामगढ़ इलाके का भी दौरा किया।
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क्या है मामला ?
रामगढ़ में शनिवार रात को भीड़ ने गो तस्करी के संदेह पर रकबर उर्फ अकबर की बेरहमी से पिटाई की थी। अकबर का साथी असलम भाग निकलने में कामयाब रहा।
बाद में जब उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया तो उसकी मौत हो चुकी थी।
बताया जा रहा है कि घायल होने के बाद पुलिस ने जानबूझ कर उसे अस्पताल पहुंचाने में देरी की जिससे उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अकबर को 6 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल पहुंचाने में 3 घंटे का समय लगाया।
अलवर में गोरक्षा के नाम पर पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। पिछले साल अप्रैल में कुछ गोरक्षकों ने पहलू खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
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