सोनिया गांधी की नाराजगी पर अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में दी ये सफाई
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पूनर्गठन बिल 2019 पर चर्चा जारी है.
नई दिल्ली:
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल 2019 पर चर्चा जारी है. इस बीच बताया जा रहा है कि यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी अधीर रंजन चौधरी से नाराज हैं. इतना ही उन्होंने अपनी नाराजगी अधीर रंजन तक भी पहुंचाई है. इस पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में सफाई दी.
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अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 1948 से कश्मीर संयुक्त राष्ट्र के निगरानी तंत्र के अधीन है तो जम्मू-कश्मीर राज्य के विभाजन के मद्देनजर हमारे देश का रुख और स्थिति क्या होनी चाहिए? कश्मीर हमेशा अंतरराष्ट्रीय मंच के ध्यान में रहा है. अगर कश्मीर मुद्दा इतना आसान है तो कल सरकार को विभिन्न देशों के दूतावासों को इसके बारे में क्यों बताया?. मैंने बस सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है.
कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा, 1994 में इस संसद ने एक संकल्प लिया कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को फिर से पाना है. इसे हमारे देश के दायरे में लाना होगा. अब एक बार जम्मू-कश्मीर का विभाजन हो गया है तो पीओके की स्थिति क्या होगी?. बता दें कि अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पूनर्गठन बिल 2019 का विरोध करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर भारत का अंदरूनी मसला कैसे हो सकता है, क्योंकि यह तो यूनाइटेड नेशन में पेंडिंग है. इस पर गृह मंत्री अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी को घेरते हुए उन्हें अपना बयान दोहराने के लिए कहा.
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बताया जा रहा है कि सोनया गांधी, अधीर रंजन चौधरी के इसी बयान से नाराज हैं. इसी के साथ बताया ये भी बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी से काफी खुश हैं. उन्होंने मनीष तिवारी की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि लोकसभा में मनीष तिवारी का पक्ष सही था. उन्होंने सही तरीके से पार्टी का पक्ष रखा.